यमुनानगर: गुरुवार को देशभर में प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती धूमधाम से मनाई गई. इसी कड़ी में रादौर में भी सर्व समाज द्वारा सावित्री बाई फुले की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जहां लोगों ने फुले के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया.
पीएम के नाम सौंपा गया ज्ञापन
वहीं सामाजिक बुराइयों और नशे के खिलाफ अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया. इस अवसर पीएम के नाम एक ज्ञापन भी एसडीएम रादौर को सौंपा गया, जिसमें सावित्री बाई फुले की जयंती को देशभर में शिक्षिका दिवस के रूप में मनाए जाने के साथ ही सरकारी शिक्षण संस्थाओं में फूले के चित्र लगाए जाने की मांग की गई.
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इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में धनपत सैनी ने कहा कि सावित्री बाई फुले ने ऐसे समय मे महिलाओं को शिक्षित करने का काम किया. जब महिलाओं को घर से बाहर निकलने का भी अधिकार नही था. उन्होंने कहा कि उस वक्त सावित्री बाई फुले को महिलाओं को शिक्षित करने के फैसले को लेकर काफी विरोध भी झेलना पड़ा, लेकिन उनके दृढ़ संकल्प के कारण वो अपने इस संघर्ष में सफल रहीं.
उन्होंने कहा कि आज उनकी बदौलत ही महिलाएं शिक्षित होकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, इसलिए सरकार से ज्ञापन के माध्यम से उनके सम्मान में ये मांग की गई है.