यमुनानगर: शहर के सरस्वती शुगर मिल ने एक बार फिर किसानों की गन्ने की पेमेंट रोक ली है. जिससे किसानों के 60 करोड़ रुपये से ज्यादा की पेमेंट अटक गई है. 22 मार्च के बाद का किसानों का भुगतान नहीं किया गया है. जिसको लेकर किसानों में रोष है.
किसानों का कहना है कि पेमेंट ना होने के कारण उनका बजट बिगड़ गया है. बच्चों की फीस और दाखिलों के साथ-साथ इन दिनों आगामी फसल की तैयारी की जानी है, लेकिन पेमेंट ना होने के कारण है काम रुक गए हैं. वह आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं.
सीजन में पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसानों को पेमेंट का इंतजार करना पड़ा. वही किसानों का कहना है कि ना तो समय पर पर्चियां मिल रही हैं और ना ही पेमेंट गन्ने की पेमेंट जल्द जारी की जानी चाहिए.
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शुगर मिल प्रबंधन का कहना है कि प्रदेश के अन्य शुगर मिलों की तुलना में सरस्वती शुगर मिल की पेमेंट एडवांस है. सरकार से अनुदान ना मिलने और क्लोजिंग के चलते पेमेंट की प्रक्रिया बाधित हुई है. किसानों को अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा. जल्द ही पेमेंट का नया शेड्यूल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. किसानों को नियमानुसार पर्चियां जारी की जा रही हैं.
सरस्वती शुगर मिल में एक दिन में 1 लाख क्विंटल गन्ना पेराई की जाती है. ₹350 प्रति क्विंटल गन्ने का रेट तय है यानि 1 दिन की पेमेंट करीब साढ़े 3 करोड़ रुपए है. 17 दिन से रुकी हुई पेमेंट करीब 60 करोड़ रुपए बनती है.
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