यमुनानगर : रेड सैंड बोआ की तस्करी के मामले में यमुनानगर पुलिस की जांच लगातार जारी है. आपको बता दें कि छछरौली के त्रिकोणी चौक पर शुक्रवार को रेड सैंड बोआ सांप की तस्करी करते 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. प्रशासन इसके तह तक जाना चाहता है क्योंकि उसे इसके तार इंटरनेशनल रैकेट से जुड़े हुए नज़र आ रहे हैं.
मुरसलीन की तलाश : यमुनानगर के कांसापुर निवासी मुरसलीन का इस तस्करी में नाम आने पर जांच का घेरा उसके आस-पास ही घूम रहा है. शनिवार को वन विभाग की टीम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में मुरसलीन की तलाश के लिए पहुंची थी. इंस्पेक्टर जयविंदर के मुताबिक वहां पर मुरसलीन की रिश्तेदारी है, इसलिए वहां उसके रिश्तेदारों से पूछताछ की गई है, लेकिन वहां मुरसलीन नहीं मिला. इसके बाद टीम को वहां से बैरंग ही लौटना पड़ा. वन विभाग की कोशिश है कि जल्द से जल्द मुरसलीन को शिकंजे में लिया जा सके ताकि तस्करी के सभी राज़ खोले जा सके.
रेड सैंड बोआ को छोड़ा गया : सूत्रों के मुताबिक यमुनानगर के कांसापुर का रहने वाला मुरसलीन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सांपों की स्मगलिंग करने का काम करता है. मुरसलीन ने ही इन चारों लोगों को सांप की तस्करी के लिए बुलाया था. लेकिन वे सभी वन विभाग और पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में पकड़े गए. विभाग ने जब्त किए रेड सैंड बोआ की डील की कीमत 20 लाख रुपए बताई है, लेकिन अनुमान के मुताबिक इसकी कीमत इंटरनेशनल लेवल पर करोड़ों की है. इधर अदालत के आदेश पर वन विभाग ने जब्त किए गए रेड सैंड बोआ को कलेसर वन उद्यान में छोड़ दिया है और इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है.
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