यमुनानगर : नोएडा की रेव पार्टी में सांपों के ज़हर की सप्लाई के बाद से ही स्नैक ख़ासी सुर्खियों में है. साफ है कि देश में सांपों के सौदागर काफी ज्यादा एक्टिव है जो चंद रुपयों के लिए जंगल से पकड़कर इन जीवों का सौदा कर रहे हैं. अब यमुनानगर पुलिस ने सांपों के सौदागरों को शिकंजे में लिया है.
ज्वाइंट ऑपरेशन में गिरफ्तारी : जानकारी के मुताबिक यमुनानगर के छछरौली एरिया के त्रिकोणी चौक के पास से फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर सांपों की तस्करी करने के आरोप में 4 लोगों को अरेस्ट किया है. बताया जा रहा है कि जिस सांप का सौदा होना था, वो रेड सैंड बोआ है और उसकी अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कीमत करोड़ों में है. पुलिस ने जिन आरोपियों को पकड़ा है उन्हें कुरुक्षेत्र कोर्ट में पेश किया जाएगा.
डील की जानकारी मिलते ही बिछाया जाल : पकड़े गए आरोपियों में तीन उत्तर प्रदेश के और एक यमुनानगर के साढौरा का रहने वाला है. संयुक्त ऑपरेशन करने वाली टीम के मुताबिक कई दिन से इनका सौदा चल रहा था और उन्हें सूत्रों से ख़बर मिली थी कि ये लोग छछरौली इलाके में सांप से जुड़ी बड़ी डील करने वाले हैं. जैसे ही सांप से सौदागर डील करने के लिए पहुंचे, मौके पर मौजूद टीम ने इन्हें धर दबोचा. मौके से साढौरा के पीरबोली निवासी राम सिंह, मुजफ्फरनगर निवासी लाखन, कुलदीप शर्मा और मोहित को गिरफ्तार किया गया है.
विदेशी करेंसी भी बरामद : वन विभाग के अफसरों के मुताबिक रेड सैंड बोआ एक दुर्लभ प्रजाति का सांप है जो बहुत कम पाया जाता है. तस्करों के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में इसकी कीमत करोड़ों रुपयों में होती है. ऑपरेशन के दौरान सामने आया है कि 20 लाख रुपए में रेड सैंड बोआ का सौदा तय किया गया था. आरोपियों के पास से सांप को छुड़ा लिया गया है. पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों के पास से नेपाल, कोरिया और कतर की विदेशी करेंसी भी बरामद हुई है और कुछ इंजेक्शन भी मिले हैं जिन्हें जांच के लिए लैब में भेजा गया है.
आखिर इतना महंगा क्यों होता है रेड सैंड बोआ ? : बताया जाता है कि ये सांप दुर्लभ प्रजाति का है और बहुत कम देखने को मिलता है जिसके चलते इसकी कीमत काफी ज्यादा हाई होती है. एक अनुमान के मुताबिक रेड सैंड बोआ की इंटरनेशनल मार्केट में कीमत 1 करोड़ से लेकर 25 करोड़ तक होती है. हालांकि ये सांप जहरीला सांप नहीं होता और आम भाषा में इन्हें दो मुंहा सांप भी कहा जाता है. वहीं जानकारी के मुताबिक सेक्स पावर बढ़ाने वाली दवाओं के साथ कई गंभीर बीमारी की दवाओं के लिए भी इन सांपों का इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही कई बार अंधविश्वास में पड़कर तंत्र-मंत्र करने के लिए भी इनको पकड़ा जाता है. भारत सरकार ने इस सांप को 'संरक्षित' श्रेणी में रखा हुआ है. साथ ही कड़ी निगरानी की जाती है. लेकिन इन सबके बावजूद धड़ल्ले से इन जीवों को तस्करी जारी है.
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