यमुनानगर: करीब एक साल पहले सड़क पर घायल अवस्था में मिले दीपक कॉलोनी रादौर निवासी सोनू यादव की इलाज के दौरान हुई मौत के मामले की गुत्थी को पुलिस अभी तक सुलझा नहीं पाई है. जिस कारण सोनू यादव के परिजनों में रोष देखा जा रहा है. हालांकि मामले को लेकर आज सोनू यादव के परिजनों को डीएसपी रादौर कुशलपाल राणा ने बुलाया था लेकिन परिजन पुलिस द्वारा दिए जा रहे तथ्यों से वो संतुष्ट नहीं हुए .
मामले को उलझा रही पुलिस
सोनू यादव के परिजनों का कहना है कि पुलिस मामले को उलझा रही है जबकि यह साफ है कि सोनू की हत्या की गई है. जिसको लेकर वह सोनू की पत्नी व कुछ अन्य पर शक भी जाहिर कर चुके है. लेकिन पुलिस के हाथ करीब एक साल बाद भी खाली है. ऐसे में अब उनकी मांग है कि यह मामला पुलिस से लेकर सीबीआई या क्राइम ब्रांच को सौंपा जाए.
जानें क्या था पूरा मामला
मृतक सोनू यादव के पिता राजकुमार व मां विद्या देवी ने बताया कि गत 27 जनवरी की रात्रि को उनके बेटा सोनू यादव एस.के मार्ग पर घायल अवस्था में मिला था. जिसके बाद जब उन्हें सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंचे और अपने बेटे को अस्पताल ले गए. हालत गंभीर होने के कारण उसे चंडीगढ़ रेफर किया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
जिसके बाद उन्होनें पुलिस को बताया था कि उनके बेटे के साथ कोई दुर्घटना नहीं घटी है. बल्कि उसकी हत्या की गई है. जिसमें उन्हें सोनू की पत्नी व कुछ अन्य लोगों पर शक जाहिर किया था.
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