यमुनानगर: जगाधरी वर्कशॉप में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए जो किट तैयार की जा रही है वह उत्तर भारतीय रेलवे की पहली वर्कशॉप है जिसमें तैयार की हुई पीपीई किट भारतीय रक्षा मंत्रालय से पास हो चुकी है. यहां पर रोजाना भारी संख्या में पीपीई केट तैयार की जा रही है.
कोरोना वायरस जैसी महामारी से निपटने के लिए भारतीय उत्तर रेलवे ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है. उत्तर भारतीय जॉन की जगाधरी वर्कशॉप पहली ऐसी वर्कशॉप है जिसकी पीपीई के सैंपल डीआरडीओ में पास हुए हैं.
जगाधरी वर्कशॉप ने भारतीय रेलवे में डॉक्टरों और फ्रंट लाइन मेडिकल स्टाफ के द्वारा उपयोग किए जाने वाले कवरऑल के नमूने तैयार करके रक्षा मंत्रालय भारत सरकार को भेजे थे जो के पास हो चुके हैं.
हस्तशिल्प केंद्र की इंचार्ज मोनिका ने बताया कि इस केंद्र में रोजाना मास्क ओर पीपीई किट तैयार किए जा रहे हैं. यहां पर किट बनाने वाली सभी लड़कियां और महिलाएं रेलवे कर्मचारियों के परिवार से ही हैं. यह 300 मास्क और 3-4 कवर आॉल तैयार कर रही हैं. इस महामारी के समय इस संकटकाल से निपटने के लिए सभी रेल परिवार अपना सहयोग कर रहे हैं और भविष्य में जिस मात्रा में भी मास्क और पीपीई किट की मांग होगी उसी मात्रा में यह से तैयार कर के देंगे.
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