यमुनानगर: आपको बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन तो याद होगी. जिसमें महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए एक बड़े कदम को दिखाया गया था. इस फिल्म में महिलाओं की सेनेटरी नैपकिन से जुड़ी समस्याओं को उठाया गया था. ऐसी ही राह पर चल पड़ी है यमुनानगर की डॉक्टर पायल रावत.
महिलाओं को फ्री सेनेटरी नैपकिन की सुविधा
एक चिकित्सक से अधिक उनकी पहचान पैड वुमेन या सेनेटरी डॉक्टर के रूप में होने लगी है. डॉक्टर पायल ने घाड़ क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं को फ्री सेनेटरी नैपकिन बांटने का बीड़ा उठाया है जो कि ये अफोर्ड नहीं कर सकती. डॉक्टर पायल ने कई जगह सेनेटरी मशीनें लगाई हैं.
400 मशीनें लगाने का लक्ष्य
उनका कहना है कि वो अभी तक 11 लाख महिलाओं को इसके प्रति जागरुक कर चुकी हैं और उन्हें सेनेटरी नैपकिन भी उपलब्ध करा चुकी हैं. लेकिन उनका लक्ष्य ऐसी 1 करोड़ महिलाओं तक पहुंचने का है. इसके लिए उन्होंने 400 मशीनें लगाने का लक्ष्य रखा है.
महिलाओं के स्वास्थ्य का ख्याल
उन्होंने बताया कि जब महिलाओं के स्वास्थ्य का सर्वे करवाया गया तो पता चला कि महिलाओं में गर्भाशय कैंसर व इंफेक्शन गंदे सेनेटरी पैड के उपयोग से बढ़ रहा है. जब वजह सामने आई तो इसके लिए उन्होंने ये मुहिम चलाने का निर्णय लिया.
महिलाओं को मिल रहा रोजगार
डॉक्टर पायल का कहना है कि आज कल बड़ी-बड़ी कंपनियां जो सेनेटरी नैपकिन बना रही हैं. वह बहुत महंगे हैं और हर महिला उसे खरीद नहीं सकती. इसलिए वे अपनी संस्था के माध्यम से महिलाओं से ही यह सेनेटरी पैड बनवाती हैं. जिससे महिलाओं को रोजगार भी मिलता है.