यमुनानगर: केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन कृषि संबंधी विधेयकों के विरोध में आढ़ती अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे हैं. आढ़तियों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से मंडी में पहुंच रही धान की फसल की खरीद नहीं हो पा रही है. जिस वजह से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
आढ़तियों की हड़ताल के चलते धान के प्राइवेट परचेजर भी खरीद नहीं कर रहे हैं. खरीद न होने से किसानों को मंडी में अपनी फसल की रखवाली करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. मंडी में फसल लेकर पंहुचे किसान ने बताया कि मंडी में फसल की खरीद न होने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करने पड़ा रहा है. उन्होंने कहा कि इस बार प्राइवेट परचेजर की ओर से भी खरीद शुरू नहीं की गई है.
वहीं मार्केट कमेटी के कार्यकारी सचिव जयसिंह ने बताया की खरीद को लेकर सभी तैयारियां कर ली गई हैं. उन्होंने कहा कि इस बार पहले की अपेक्षा अधिक आवक आने की उम्मीद है. उन्होंने कहा की धान की सरकारी खरीद 1 अक्टूबर से होगी.
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गौरतलब है कि हरियाणा के सैकड़ों किसान कृषि विधेयकों का विरोध कर रहे हैं. किसानों के समर्थन में प्रदेश के आढ़ती भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. आढ़तियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि वो किसी भी तरह के बड़े आंदोलन में किसानों के साथ हैं. 25 सितंबर को होने वाले भारत बंद में भी आढ़तियों ने किसानों का साथ देने की बात कही है.