यमुनानगर: शुक्रवार को यमुनानगर पहुंचे केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने एक बार फिर कृषि कानूनों का समर्थन करते हुए इन कानूनों को किसान हितैषी बताया. कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि आज विपक्ष किसानों को भृमित करके देश में अराजकता, अस्थिरता फैलाने का प्रयास कर रहा है. कृषि कानूनों में क्या गलत है? कोई बताने को तैयार नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं. वो सारे किसान नहीं है. वो मोदी विरोधी लोगों का जमावड़ा है.
केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि 3 कृषि कानून किसानों के हित में है. देश के किसानों के भाग्य को चमकाने वाले हैं. उनको आत्मनिर्भर बनाने वाले उनको अपनी मर्जी का मालिक बनाने वाले हैं. उनकी आमदनी में बढ़ोतरी करने वाले हैं, लेकिन विपक्ष जिसके पास मोदी सरकार के लिए कहने के लिए कुछ नहीं है. वो सीधे साधे किसानों को भ्रमित कर रहे हैं.
गुर्जर ने कहा कि पहले पर्दे के पीछे से उनको भड़काने का काम कर रहा था. आज बिल्कुल सामने आकर इस प्रकार की हरकतें की जा रही हैं. जो दिख रहा है इन सब के पीछे विपक्ष का ओछा हथकंडा है. वो किसानों के नाम पर इस देश में अस्थिरता फैलाना चाहते हैं. इस देश में अराजकता का माहौल पैदा करना चाहते हैं. इस देश को हिंसा की आग में झोंकने चाहते हैं.
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कृषि कानूनों में क्या गलत है. कोई बताने को तैयार नहीं है. जब आंदोलन की शुरुआत की तो इनकी क्या मांगें थी. वो सारी मांगे सरकार ने मान ली. एमएसपी को लिखित में देने के लिए भी बोल दिया. 54 साल में आज तक एमएसपी लिखकर नहीं दी किसी ने, लेकिन मोदी सरकार ने पहले लिख कर देने को तैयार हो गए. कॉन्ट्रैक्ट खेती, पराली, मंडिया बंद नहीं होंगी एमएसपी ऐसे ही रहेगा सारी बातें मान ली.
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विपक्ष पर निशाना साधते हुए कृष्णपाल गुर्जर ने कहा की विपक्ष को मतलब किसानों की समस्याओं के समाधान से नहीं है. इनका मकसद यहीं है कि मोदी सरकार को कैसे अस्थिर किया जाए. क्योंकि उनके पास और कुछ बचा नहीं है. सारी जमीन खिसक चुकी है. लोग इनको इनकी औकात बता रहे हैं. यह सारे लोग इसलिए इसी काम में लगे हुए हैं.
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