यमुनानगर: हरियाणा विधानसभा चुनाव, 2024 में होने हैं. लेकिन, सियासी उठापटक अभी से तेज होने लगी है. राजनीतिक बयानबाजी भी चरम पर है. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां चुनाव जीतने के लिए कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहती. सोमवार को कैबिनेट मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने अपने निवास स्थान पर जनता दरबार लगाया और जनता की समस्याएं सुनीं. इस दौरान उन्होंने कई समस्याओं का निपटारा मौके पर ही कर दिया. वहीं, कंवरपाल गुर्जर ने चुनाव को लेकर कई अहम जानकारियां भी पत्रकारों से साझा की है.
गठबंधन पर बोले कंवरपाल गुर्जर: हरियाणा में चुनाव एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन अभी प्रदेश में गठबंधन को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. जिसका जवाब देते हुए कंवरपाल गुर्जर ने साफ किया है कि जननायक जनता पार्टी के साथ हमारा सरकार का गठबंधन है न कि किसी पार्टी का. उन्होंने कहा कि जब सरकार बनाई तो न हमारे पास और न ही जेजेपी के पास पूर्ण बहुमत था. उस समय मिलजुल कर सरकार बनाने का फैसला किया गया था. दोनों ही पार्टियों के वादे एक जैसे थे. उन्हीं वादों पर हमने काम किया और प्रदेश का विकास भी किया.
हाईकमान करेगा फैसला: कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि जहां तक चुनाव लड़ने की बात है, ये तो न उस दिन थी और न ही आज है. लेकिन, क्या करना है और क्या नहीं इसका फैसला हाईकमान के हाथों में है. उसका हमारे हाथ में कोई फैसला नहीं है. उन्होंने कहा कि उस समय हाईकमान का ही फैसला था, कि दोनों मिलकर सरकार चलाएंगे और सरकार हमारी बढ़िया चल रही है. उन्होंने कहा चुनाव मिलकर लड़ना है, या नहीं वो भी फैसला हाईकमान का ही होगा.
सीएम के यमुनानगर से चुनाव लड़ने पर बोले मंत्री : वहीं, कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के यमुनानगर से चुनाव लड़ने की अफवाहों पर विराम लगा दिया है. उन्होंने कहा कि मनोहर लाल एक लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं. उनकी हर जिले में लोकप्रियता है. ऐसे में यह कहना गलत है कि मुख्यमंत्री यमुनानगर से चुनाव लड़ेंगे. लेकिन, जहां तक मुझे लगता है, तो वो करनाल से ही चुनाव लड़ेंगे. लेकिन, अगर सीएम यहां से भी लड़ते हैं, तो वो हमारा सौभाग्य होगा.
कांग्रेस पर कैबिनेट मंत्री का निशाना: वहीं, कैबिनेट मंत्री गुर्जर ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदय भान के बयान पर भी पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि उदयभान भूल गए हैं कि अधिवेशन कब बुलाया जाता है. हमने तो अधिवेशन बुलाया और कांग्रेस तो 6 महीने में अधिवेशन बुलाती थी. उनको अधिवेशन बुलाना पड़ता था, क्योंकि वो कानूनी था. उन्होंने कहा कि हम 6 महीने में नहीं, हम साल में 3 बार या फिर 4 बार भी बुला लेते हैं. कांग्रेस अधिवेशन करती थी 6 महीने में उनकी मजबूरी होती थी. हम अधिवेशन बुलाते हैं साल में तीन बार कभी चार बार क्योंकि हम चाहते हैं कि लोग अपनी बात रखें.
उदयभान के बयान पर कंवरपाल गुर्जर का पलटवार: गौरतलब है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदय भान ने गठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि वो लोग अधिवेशन तो करा ले एक बार उनके तो गठबंधन के नेता ही एक साथ नहीं होते. जिसका पलटवार करते हुए आज कैबिनेट मंत्री ने उदयभान के बयान को लेकर पलटवार किया है.
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विपक्ष पर कंवरपाल गुर्जर का तंज: कैबिनेट मंत्री ने कर्नाटक में हुई कांग्रेस की जीत पर भी तंज कसा. कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस की हालत क्या है, देश में सभी जानते हैं. कर्नाटक चुनाव में जीतने से कांग्रेस को लगता है, पता नहीं कितना बड़ा तीर मार दिया हो. शायद कांग्रेस भूल गई है, कि हरियाणा में जनता के मुद्दे कुछ और हैं. कांग्रेस को आने वाले लोकसभा चुनाव में ही पता चल जाएगा, जब वो कहीं भी दिखाई नहीं देगी.
RBI के फैसले पर क्या बोले मंत्री ?: गौरतलब है कि हाल ही में आरबीआई ने 2 हजार के नोट को लेकर भी बड़ा फैसला लिया है. जिसको लेकर कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि इस फैसले से आम जनता को कोई परेशानी नहीं होगी. लेकिन, जो लोग काला धन लेकर बैठे हैं वो बाहर आ जाएगा. जिससे देश की अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी. आम आदमी अगर अपना पैसा बदलवाना चाहता है तो वो 10 करोड़ भी हो कोई दिक्कत नहीं, लेकिन अगर कोई पैसा दबा के बैठा है तो आरबीआई का ये फैसला उनके लिए ही लिया गया है.