ETV Bharat / state

यमुनानगर में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर किया प्रदर्शन - यमुनानगर किसान प्रदर्शन

यमुनानगर में भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उन की बात नहीं मानी तो वो बड़ा आंदोलन करेंगे.

Farmers protest against agriculture law in Yamunanagar
यमुनानगर में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
author img

By

Published : Oct 23, 2020, 5:29 PM IST

यमुनानगर: भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर यमुनानगर लघु सचिवालय पर सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की. प्रदर्शनकारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि समय रहते सरकार ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया तो आगामी दिनों में यमुनानगर किसान संगठन आंदोलन करने को मजबूर होगा. साथ ही इस दौरान अव्यवस्था की जिम्मेदारी हरियाणा सरकार और जिला प्रशासन की होगी.

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति से पहले भी अपनी मांगों को लेकर जिला उपायुक्त के जरिए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा जा चुका है. लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर सरकार द्वारा गौर नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि आज अगर सरकार ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया तो वो आने वाले समय में सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे.

प्रदर्शनकारियों की पांच मुख्य मांगे

1. कृषि कानून को वापस लिया जाए.

2. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाए.

3. एमएसपी पर फसल खरीद गारंटी का कानून बनाया जाए.

4. अनाज मंडियों में मेरी फसल मेरा ब्यौरा नामक पोर्टल को दूर कर किसानों की सारी फसल खरीदी जाए.

5. धान और बाजरे की जितनी भी फसल खरीद की गई है अभी तक पेमेंट नहीं की गई है उसकी सारी पेमेंट 48 घंटे तक की जाए.

ये भी पढ़ें: पंजाब सरकार का कृषि कानूनों के खिलाफ अध्यादेश लाना किसानों के साथ धोखा- सीएम

यमुनानगर: भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर यमुनानगर लघु सचिवालय पर सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की. प्रदर्शनकारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि समय रहते सरकार ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया तो आगामी दिनों में यमुनानगर किसान संगठन आंदोलन करने को मजबूर होगा. साथ ही इस दौरान अव्यवस्था की जिम्मेदारी हरियाणा सरकार और जिला प्रशासन की होगी.

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति से पहले भी अपनी मांगों को लेकर जिला उपायुक्त के जरिए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा जा चुका है. लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर सरकार द्वारा गौर नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि आज अगर सरकार ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया तो वो आने वाले समय में सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे.

प्रदर्शनकारियों की पांच मुख्य मांगे

1. कृषि कानून को वापस लिया जाए.

2. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाए.

3. एमएसपी पर फसल खरीद गारंटी का कानून बनाया जाए.

4. अनाज मंडियों में मेरी फसल मेरा ब्यौरा नामक पोर्टल को दूर कर किसानों की सारी फसल खरीदी जाए.

5. धान और बाजरे की जितनी भी फसल खरीद की गई है अभी तक पेमेंट नहीं की गई है उसकी सारी पेमेंट 48 घंटे तक की जाए.

ये भी पढ़ें: पंजाब सरकार का कृषि कानूनों के खिलाफ अध्यादेश लाना किसानों के साथ धोखा- सीएम

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.