यमुनानगर: हरियाणा सरकार की फलदार बाग योजना का अच्छा परिणाम मिल रहा है. वन विभाग जिले में अब तक 5 फलदार बाग स्थापित कर चुका है. जिले में फलदार बाग योजना के तहत पंचायती जमीन पर फलदार पौधे लगाए गए हैं. जिले के ऐसे बागों का वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर (Forest Minister Kanwarpal Gurjar) ने जायजा लिया. इस दौरान उनके साथ डीएफओ सूरजभान समेत कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे. वन मंत्री ने योजना के फायदे गिनाए. उन्होंने ज्यादा से ज्यादा पंचायतों को फलदार बाग योजना से जुड़ने की अपील भी की.
हरियाणा के वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर (Minister Kanwarpal Gurjar in Yamunanagar) ने रानीपुर, शहजाद वाला, लेदा, भिलपुरा, खिजरी में स्थापित किए गए बाग और नर्सरियों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. वन मंत्री ने कहा कि रानीपुर गांव में 50 एकड़ की पंचायती जमीन पर इस योजना को धरातल पर उतारा है, ताकि क्षेत्र भी हरा भरा रहे और पंचायत को इससे आमदनी भी हो. हालांकि इस योजना से सीधा-सीधा फायदा तो पंचायत को होगा, लेकिन इसका पूरा खर्च वन विभाग वहन कर रहा है. ट्यूबवेल का कनेक्शन, तार की चारदीवारी, खेत की जुताई, लेबर का खर्च और भी कई तरह के खर्चे वन विभाग वहन कर रहा है. वन मंत्री ने कहा कि यह योजना पूरे प्रदेश में चलाई जा रही है, जिसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं. जल्द ही औषधियों की नर्सरी भी तैयार की जाएगी.
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डीएफओ सूरजभान ने फलदार बाग योजना को वन मंत्री का विजन बताते हुए कहा कि इस योजना के अंतर्गत कई तरह के फलदार पौधे लगाए गए हैं. वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 25 एकड़ के बाग में सालाना लगभग 3 लाख का खर्च आता है. पंचायत की जमीन पर लगे बाग की देखभाल 3 साल तक विभाग की तरफ से की जाती है. उसके बाद इस बाग को तैयार करके पंचायत को सौंप दिया जाएगा. हरियाणा सरकार की यह योजना काफी असरदार साबित हो रही है. इस योजना से जहां जिला हरा भरा होगा, वहीं पंचायत के पास भी आमदनी के अन्य विकल्प तैयार हो सकेंगे.
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