यमुनानगर: जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 44 हो चुकी है. यमुनानगर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से डेंगू और मलेरिया पर कंट्रोल के प्रयास जारी है, लेकिन जब स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने जब यमुनानगर स्वास्थ्य विभाग (Dengue larvae in Health Department office) और प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तर में जाकर डेंगू के ताजा हालात देखे तो वहां मलेरिया का लारवा मिल गया. अब विभाग ने इन्हे नोटिस भेजा है.
हरियाणा में डेंगू (Dengue cases in Haryana) और मलेरिया मौसम बदलने के साथ ही पैर पसारने लगे हैं. हरियाणा के कई जिलों में डेंगू के मरीज ना सिर्फ सामने आ रहे हैं बल्कि मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. बात करें यमुनानगर की तो यहां डेंगू के अभी तक 44 केस सामने आ चुके हैं. ऐसे में जिले के सिविल अस्पताल में एक अलग से डेंगू वार्ड बनाया गया है और मरीजों के लिए एहतियात भी बरती जा रही है. यमुनानगर के सीएमओ मनजीत सिंह ने लोगों को साफ सफाई और एक जगह पर पानी ना इकट्ठा होने देने की सलाह दी है और डेंगू से सतर्क रहने की अपील भी की है.
लेकिन दूसरी तरफ यमुनानगर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से डेंगू और मलेरिया पर कंट्रोल करने के लिए टीमें गठित की गई हैं. जो शहरों और गांवों में घर-घर जाकर फॉगिग कर रही हैं. सीएमओ मनजीत सिहं ने कहा कि कुछ टीमें ना सिर्फ घर, बल्कि सरकारी दफ्तरों में भी इस बात का ध्यान रख रही हैं अगर कहीं मच्छर का लारवा पाया जाता है तो उन्हें नोटिस भेजा जाएगा. सीएमओ मनजीत सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तरों में मच्छरों का लारवा पाया गया है उन्हे नोटिस भेजा गया है.
सितंबर और अक्टूबर के महीने में डेंगू और मलेरिया के मरीज अक्सर सामने आते हैं. क्योंकि इन दिनों मौसम में परिवर्तन होता है. हांलाकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि हमारी तरफ से कोशिश जारी है, लेकिन हमें डेंगू और मलेरिया से बचने के लिए खुद भी सर्तक और सावधान रहना होगा तभी डेंगू के डंक से बचा जा सकता है.
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