यमुनानगर: झज्जर और अलीगढ़ की घटना के बाद दलित समाज आक्रोश में है. सोमवार को दलित समाज के कई संगठन इकट्ठे होकर यमुनानगर के जिला सचिवालय पर पहुंचे संगठन के कार्यकर्ताओं ने जिला सचिवालय पर पहुंचकर प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
प्रदर्शनकारियों ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और हरियाणा के झज्जर में दलितों की बेटियों के साथ हुए अत्याचारों को लेकर प्रदर्शन किया और जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. दलित समाज संगठनों का कहना है कि जिस तरह 2014 से लेकर जब से देश और प्रदेश में बीजेपी की सरकार आई है तब से दलितों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं और दलितों की बेटियां सुरक्षित नहीं है.
वहीं उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'मोदी तेरे राज में ना बेटी ना बहू ना मां सुरक्षित है' बल्कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार पशुओं को लेकर तरह तरह के कानून बना रही है लेकिन देश में हो रही बेटियों और बहनों के साथ अत्याचारों को लेकर क्यों कड़े कदम नहीं उठाए जा रहे. बता दें कि अलीगढ़ में हुए दलित बेटी के साथ अत्याचार के चार आरोपियों को तो गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन एक आरोपी अभी फरार है.
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दलित समाज संगठनों का कहना है कि उस एक आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार किया जाए और जिन लोगों ने इस दरिंदगी की वारदात को अंजाम दिया है. उन्हें फांसी की सजा दी जाए ताकि दलितों की बेटियों को इंसाफ मिल सके. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दलित समाज की तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है.