यमुनानगर: जिले में सोमवार को फिर हाथरस गैंगरेप और हत्याकांड को लेकर दलित नेताओं और लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में साढ़ौरा से पूर्व विधायक राजपाल भूखड़ी और ब्लॉक समिति के पूर्व चेयरमैन श्यामसुंदर बत्रा और दलित नेताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हाथरस हत्याकांड के लिए इंसाफ मांगा.
इस मामले में लोगों ने सीबीआई के साथ सुप्रीम कोर्ट के सेटिंग जज से जांच करवाने की बात कही. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस्तीफे की मांग की. बता दें कि यमुनानगर में लघु सचिवालय के बाहर दलित नेता एकजुट हुए और उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला.
हाथरस हत्याकांड को लेकर उन्होंने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. दलित नेताओं ने साफ कहा कि हाथरस हत्याकांड एक सोची समझी साजिश है और उत्तर प्रदेश सरकार इस पर पर्दा डालने का काम कर रही है, लेकिन दलित समाज इस मौत पर इंसाफ लेकर ही रहेंगे.
दलित नेताओं ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए रोष मार्च निकालकर लघु सचिवालय में पहुंचे और प्रशासन को ज्ञापन देकर इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के सेटिंग्स से करवाने की बात कही.
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इसके बाद दलित नेता कर्मवीर पारचा ने कहा कि बीजेपी सरकार के राज में दलित बेटियां सुरक्षित नहीं है. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं सिर्फ नारों तक ही सीमित है.