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बिजली बिल नहीं भर रहे सरकारी विभाग! रादौर में जलापूर्ति विभाग पर 2 करोड़ बकाया

यमुनानगर के रादौर में बिजली बिलों की रिकवरी को लेकर सरकार विभाग भी ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. रादौर में बिजली निगम के जलापूर्ति विभाग पर करीब 2 करोड़ रुपये बिजली बिल बकाया है.

water supply department in Radaur
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Published : Feb 8, 2020, 11:37 AM IST

Updated : Feb 8, 2020, 11:50 AM IST

यमुनानगर: बिजली निगम बिल बकायदारों से बेशक कनेक्शन काटने का डर दिखाकर बिल की रिकवरी कर रहा है, लेकिन निगम के इन प्रयासों का सरकारी विभागों पर कोई प्रभाव नजर नहीं आ रहा है.

रादौर में अकेले निगम का जलापूर्ति विभाग पर करीब दो करोड़ रुपये बिल बकाया है, लेकिन विडंबना है कि निगम इसको लेकर कोई सख्ती नहीं कर पा रहा है. ऐसे में एक सरकारी विभाग ही दूसरे सरकारी विभाग के करोड़ों रुपये पर कुंडली मारे बैठा है.

बिजली बिल नहीं भर रहे सरकारी विभाग

रादौर में जलापूर्ति विभाग पर 2 करोड़ बकाया

बिजली निगम रादौर के एसडीओ शमशेर सिंह ने बताया कि जलापूर्ति विभाग ने शहर में 127 ट्यूबवेल और ग्रामीण क्षेत्र में 16 ट्यूबवेल कनेक्शन अपने अधीन लिए हुए हैं. शहर में 90 लाख और ग्रामीण क्षेत्र में एक करोड़ बिजली का बिल बकाया है. बिल की रिकवरी के लिए जलापूर्ति विभाग को नोटिस भी जारी किए जाने के साथ-साथ उच्चाधिकारियों के संज्ञान में भी ये मामला लाया गया है.

ये भी पढ़िए: हरियाणा सरकार के कार्यकाल पर अभय चौटाला का तंज, '100 दिनों में बोले गए 101 झूठ'

बिजली बिल नहीं भर रहे सरकारी विभाग!

खैर बिल न भरने में बीडीपीओ और तहसील कार्यालय भी पीछे नहीं है. बीडीपीओ कार्यालय पर 75 हजार रुपये और तहसील कार्यालय पर 30 हजार रुपये बिजली बिल बकाया है. बिल न भरने पर कुछ वर्ष पहले तहसील कार्यालय का कनेक्शन भी निगम की ओर से काट दिया गया था. जिसके बाद तहसील कार्यालय की ओर से बकाया बिजली का बिल भरा गया था.

ये भी पढ़ें- गुरुग्राम: स्विमिंग पूल का लाइसेंस नहीं लिया तो जल्दी करें आवेदन, हो सकता है सील

यमुनानगर: बिजली निगम बिल बकायदारों से बेशक कनेक्शन काटने का डर दिखाकर बिल की रिकवरी कर रहा है, लेकिन निगम के इन प्रयासों का सरकारी विभागों पर कोई प्रभाव नजर नहीं आ रहा है.

रादौर में अकेले निगम का जलापूर्ति विभाग पर करीब दो करोड़ रुपये बिल बकाया है, लेकिन विडंबना है कि निगम इसको लेकर कोई सख्ती नहीं कर पा रहा है. ऐसे में एक सरकारी विभाग ही दूसरे सरकारी विभाग के करोड़ों रुपये पर कुंडली मारे बैठा है.

बिजली बिल नहीं भर रहे सरकारी विभाग

रादौर में जलापूर्ति विभाग पर 2 करोड़ बकाया

बिजली निगम रादौर के एसडीओ शमशेर सिंह ने बताया कि जलापूर्ति विभाग ने शहर में 127 ट्यूबवेल और ग्रामीण क्षेत्र में 16 ट्यूबवेल कनेक्शन अपने अधीन लिए हुए हैं. शहर में 90 लाख और ग्रामीण क्षेत्र में एक करोड़ बिजली का बिल बकाया है. बिल की रिकवरी के लिए जलापूर्ति विभाग को नोटिस भी जारी किए जाने के साथ-साथ उच्चाधिकारियों के संज्ञान में भी ये मामला लाया गया है.

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बिजली बिल नहीं भर रहे सरकारी विभाग!

खैर बिल न भरने में बीडीपीओ और तहसील कार्यालय भी पीछे नहीं है. बीडीपीओ कार्यालय पर 75 हजार रुपये और तहसील कार्यालय पर 30 हजार रुपये बिजली बिल बकाया है. बिल न भरने पर कुछ वर्ष पहले तहसील कार्यालय का कनेक्शन भी निगम की ओर से काट दिया गया था. जिसके बाद तहसील कार्यालय की ओर से बकाया बिजली का बिल भरा गया था.

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Intro:बकाया बिलो की रिकवरी के प्रयासों के बाद भी कई सरकारी विभाग नही दिखा रहे बिजली बिलों को भरने में दिलचस्पी, रादौर में बिजली निगम का जलापूर्ति विभाग पर करीब 2 करोड़ बिजली बिल बकाया।

Body:बिजली निगम बिल बकायदारों से बेशक कनेक्शन काटने का डर दिखाकर बिल की कही न कही रिकवरी कर रहा है, लेकिन निगम के इन प्रयासों का सरकारी विभागों पर कोई प्रभाव नजर नही आ रहा है। रादौर में अकेले निगम का जलापूर्ति विभाग पर करीब दो करोड़ रुपए बिल बकाया है। लेकिन विडंबना है कि निगम इसको लेकर कोई सख्ती नही कर पा रहा। ऐसे में एक सरकारी विभाग ही दूसरे सरकारी विभाग के करोड़ो रूपये पर कुंडली मारे बैठा है।

बिजली निगम रादौर के एसडीओ शमशेर सिंह ने बताया कि जलापूर्ति विभाग ने शहर में 127 ट्यूबवेल व ग्रामीण क्षेत्र में 16 ट्यूबवेल कनेक्शन अपने अधीन लिए हुए है। उन्होंने बताया कि शहर में 90 लाख व ग्रामीण क्षेत्र में एक करोड़ बिजली का बिल बकाया है। उन्होंने कहा कि बकाया बिल की रिकवरी के लिए जलापूर्ति विभाग को नोटिस भी जारी किये जाने के साथ साथ उच्चाधिकारियों के संज्ञान में भी यह मामला लाया गया है।

Conclusion:खैर बिल न भरने में बीडीपीओ व तहसील कार्यालय भी पीछे नहीं है। बीडीपीओ कार्यालय पर 75 हजार रूपए व तहसील कार्यालय पर 3० हजार रूपए बिजली बिल बकाया है। बिल न भरने पर कुछ वर्ष पहले तहसील कार्यालय का कनैक्शन भी निगम की ओर से काट दिया गया था। जिसके बाद तहसील कार्यालय की ओर से बकाया बिजली का बिल भरा गया था।

बाईट - शमशेर सिंह, एसडीओ बिजली निगम रादौर
Last Updated : Feb 8, 2020, 11:50 AM IST
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