सोनीपत: 12 नंवबर 2023 को उत्तरकाशी में सुरंग बनाने के दौरान मिट्टी धंस गयी थी जिसमें 41 मजदूर सुरंग में ही फंस गये थे. इनको निकालने के लिए विदेश से भी मशीन मंगवायी गयी थी लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी. तब यूपी और दिल्ली के 12 सदस्यीय लोगों की टीम ने कमाल कर दिया जिन्होंने हाथ से खुदाई कर के सुरंग में फंसे मजदूरों तक पहुंचने में सफलता पायी.
कैसे पहुंचे मजदूरों तक: 12 सदस्यीय रेस्क्यू टीम के लोग कोई ज्यादा पढ़े लिखे नहीं है.ये लोग गैस पाइपलाइन के साथ-साथ सीवरेज डालने का काम करते हैं.पाइप डालने का अनुभव उन्हें टनल हादसे में फंसे मजदूरों तक पहुंचने में काम आया.इन लोगों के अनुसार टनल के पास बड़ी संख्या में लोहे के छड़ होने के कारण मशीन ठीक ढंग से काम नहीं कर पा रही थी. ऐसे में इन लोगों ने पहले लोहे के छड़ को काटने का काम किया.फिर पाइप डालने का काम किया जिसके सहारे वे लोग सुरंग में फंसे मजदूरों तक पहुंच सके.
मजदूरों से मिलने पर मिली अपार खुशी: रेस्क्यू टीम के लोगों ने बताया जब वे सुरंग में फंसे मजदूरों तक पहुंचे उन्हें बहुत खुशी हुई. उन्हें लगा कि हमने बहुत बड़ी विजय प्राप्त कर ली है. उनका मिशन कामयाब हो गया. मजदूर भी इन लोगों को देख बहुत खुश हो गये. मजदूरों ने टीम के सदस्यों को गले लगा लिया. उनकी आंखों से खुशी के आंसू बह निकले. मजदूरों के पास खाने पीने का जो समान था उन्होंने इन लोगों को खिलाया.
पीएम और सीएम से मिलने की इच्छा: रेस्क्यू टीम के लोगों का जगह जगह स्वागत किया जा रहा है. सामाजिक संगठन इन लोगों का स्वागत कर रहे हैं. रोड शो निकाला जा रहा है लेकिन इनकी इच्छा है कि अगर पीएम नरेन्द्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इनकी पीठ थपथपा दें तो उससे बड़ा सम्मान कोई नहीं होगा.स्वागत समारोह आयोजित करने वालों की भी मांग है कि रेस्क्यू टीम के लोगों को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दी जाए.
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