सोनीपत: गोहाना क्षेत्र में 2 गांव एक ही पंचायत का रोचक किस्सा है. ये किस्सा कैलाना खासा पंचायत का है. बरोदा विधानसभा के उपचुनाव में इस पंचायत का एक गांव मतदान करेगा, जबकि दूसरे गांव के ग्रामीण वोट नहीं करेंगे. अब ये सुनने में अटपटा जरूर लग रहा है, लेकिन सत्य है.
पंचायत कैलाना खास का एक गांव बरोदा हलके में आता है जबकि दूसरा गोहाना हलके में आता है. एक पंचायत को दो विधायक मिलने से ग्रामीण खुश हैं और वो नहीं चाहते कि उन्हें एक ही हलके में शामिल किया जाए.
बता दें, गोहाना शहर से 6 किलोमीटर दूर गांव रामगढ़ और 8 किलोमीटर दूर गांव कैलाना खास है. गांव रामगढ़ में करीब 600 ग्रामीण रहते हैं जिसमें करीब 450 मतदाता हैं. कैलाना खास में करीब 1100 ग्रामीण हैं, जबकि 750 मतदाता हैं. दोनों गांव की आबादी कम होने के चलते उनकी एक ही पंचायत है.
दोनों गांव के ग्रामीण मिलकर एक सरपंच चुनते हैं, लेकिन विधायक दोनों गांव के अलग-अलग चुनते हैं. ये व्यवस्था हरियाणा गठन के साथ ही चली आ रही है, लेकिन ये रोचक किस्सा है कि पंचायत एक होने के बावजूद रामगढ़ बरोदा हलके में आता है और गांव कैलाना खास गोहाना में आता है.
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गांव के सरपंच रविंद्र मलिक का कहना है कि पंचायत एक होने के कारण सरपंच एक ही चुना जाता है, लेकिन जब विधानसभा चुनाव की बात आती है तो रामगढ़ और कैलाना खास गांव के ग्रामीण अलग-अलग मतदान करते हैं. हरियाणा में ये इकलौती पंचायत ऐसी है जिसमें दो-दो विधायक चुने जाते हैं. ये रोचक किस्सा इस पंचायत का है. इसका फायदा दोनों तरफ से मिलता है.
कैलाना खास के पूर्व सरपंच निर्मल सिंह कहते हैं कि इस बात की हमें खुशी है कि हमें दो-दो विधायक मिल जाते हैं और पंचायत को इसका फायदा मिलता है. जब हरियाणा गठन हुआ तभी से ऐसा चलता आ रहा है. इससे हमें कोई भी परेशानी नहीं आती. हमारा गांव गोहाना विधानसभा में आता है और हमें काम करवाने के लिए कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता. वैसे ही रामगढ़ निवासियों को भी काम कराने में कोई दिक्कत नहीं आती.