सोनीपत: संयुक्त किसान मोर्चा के ऐलान के बाद किसानों के संसद मार्च के दूसरे दिन कुंडली बॉर्डर से 5 बसों में सवार होकर 200 किसानों का एक जत्था दिल्ली के लिए रवाना हो गया है. इस मौके पर किसान नेताओं ने कहा कि कल पहले दिन सरकार ने हम किसानों को काफी परेशान किया और जान बूझकर दिल्ली की सड़कों पर इधर से उधर घुमा रही थी. जिसमें उनका काफी समय बर्बाद हुआ.
किसान नेताओं ने कहा कि कल वो जंतर- मंतर से संसद की तरफ जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने बैरिकेडिंग कर हमें आगे नहीं जाने दिया. लेकिन आज हमने व्यवस्थाएं पूरी कर ली है और किसान संसद जाकर रहेंगे. उन्होंने कहा कि हमने आज टैंट, कूलर और पंखे सभी तरह की व्यवस्था कर ली है. किसान नेताओं ने कहा कि कल यानी गुरुवार को इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसानों ने अपनी संसद लगाई है. जिसका असर पार्लियामेंट में भी देखने को मिला. किसानों ने कहा कि आज हम संसद समय से शुरू करेंगे. कल की तरह आज भी 200 किसान दिल्ली जा रहे हैं और संसद लगाकर अपने मुद्दों पर ही बात करेंगे.
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आपको बता दें कि किसानों ने गुरुवार को जंतर मंतर पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया था, जिसमें सिंघु बॉर्डर से 200 की संख्या में किसानों ने हिस्सा लिया था. बता दें कि, जंतर-मंतर पर किसान आंदोलन के लिए किसानों की संख्या निर्धारित की गई है. यहां कुल 200 किसानों को ही प्रदर्शन की अनुमति दी गई है. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए गुरुवार को भी दिल्ली पुलिस द्वारा यहां सुरक्षा चाक-चौबंद किए गए थे.
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22 जुलाई से लेकर 9 अगस्त तक रोजाना 200 किसानों को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति दी गई है.इसी क्रम में आज 200 किसान जंतर मंतर पहुंचकर किसान संसद आयोजित कर रहे हैं. बताते चलें कि किसान पिछले 8 महीने से आंदोलन कर रहे हैं. केंद्र सरकार से किसानों की अब तक 11 दौर की वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन किसी तरह का कोई नतीजा नहीं निकला है.