चंडीगढ़: टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में नीरज चौपड़ा के बाद रवि कुमार (Kumar Ravi) दहिया ने आज के दिन देश को दूसरी खुशखबरी दी है. रवि कुमार दहिया ने प्री क्वॉर्टर फाइनल मुकाबला जीत लिया है. रवि दहिया ने एकतरफा जीत हासिल की है. रवि दहिया अपना पहला मुकाबला कोलंबिया के रेसलर के खिलाफ खेल रहे थे और 13-2 से जीत हासिल करने में कामयाब रहे. रवि दहिया ने क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है. बता दें कि रवि दहिया सोनीपत के नाहरी गांव के किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं.
जन्म से ही रवि का रुझान स्कूल में ही कुश्ती की तरफ हो गया था. 8 साल की उम्र में ही रवि ने कुश्ती के अखाड़े में अपने प्रतिद्वंदियों को पटखनी देना शुरू कर दिया था. घरवालों ने भी रवि का भरपूर साथ दिया. परिजनों का साथ और रवि की कड़ी मेहनत का नतीजा हैं कि वो आज टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में देश गौरवांवित महसूस करवा रहे हैं. ओलंपिक की शुरुआत से पहले ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने रवि दहिया के परिजनों से बात की थी. उस दौरान रवि के पिता राकेश ने पुरानी यादों को साझा करते हुए बताया था कि बाकी बच्चों को देखते हुए वो बचपन से ही कुश्ती की प्रेक्टिस करने लगा था. गांव के अखाड़े से ही रवि ने कुश्ती की शुरुआत की. इसके बाद रवि छत्रसाल स्टेडियम में चले गए और वहीं उन्होंने अपने कैरियर को नई दिशा दी. राकेश ने बताया कि रवि में बचपन से जुनून था कि वो देश का नाम रोशन करें. उसने देश के नामी पहलवानों से कुश्ती सीखी है और उन्हें देखकर ही वो आगे बढ़ा है.
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जब चोट की वजह से अखाड़े से बन गई थी दूरी: चोट की वजह से उन्हें 3 साल अखाड़े से दूर रहना पड़ा. साल 2018 में चोट से उबरने के बाद एक बार फिर रवि अखाड़े में वापस लौटे और देश के लिए नेशनल चैंपियनशिप में कई मेडल जीते. रवि ने 2015 जूनियर एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, साल 2015 जूनियर विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक, 2018 अंडर 23 विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक, 2019 सीनियर विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक, 2020 और 21 एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते हैं.
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