सोनीपत: ईटीवी भारत की टीम सोनीपत पहुंची. जहां उसने इनेलो प्रत्याशी इंद्रजीत दहिया से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने जयतीर्थ दहिया पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि बेईमानी करके मुझे हराया गया है और परिणाम जनता के सामने है. उन्होंने कहा कि जयतीर्थ दहिया अपने दांवपेंच से जनता को गुमराह कर रहे हैं क्योंकि चोर चोरी से जाता है, लेकिन हेरा फेरी से नहीं.
हाईकोर्ट में दी थी चुनौती
आपको बाता दें कि इनेलो प्रत्याशी इंद्रजीत दहिया ने जयतीर्थ दहिया को निर्वाचित घोषित किए जाने को लेकर हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. ईवीएम और अन्य रिकॉर्ड की जांच के बाद इंद्रजीत को चार वोट अधिक मिलने पर पीठ ने जयतीर्थ का चुनाव अमान्य घोषित करार दिया.
एक बार फिर जयतीर्थ दहिया और इंद्रजीत दहिया आमने सामने
वहीं एक बार फिर राई विधानसभा से दोनों प्रत्याशी एक-दूसरे के आमने-सामने हैं. इस पर बोलते हुए इंद्रजीत दहिया ने कहा कि अब जनता बदला लेने का मन बना चुकी है और इस बार उन्हें धूल चटाकर रहेंगे.
'राई विधानसभा क्षेत्र में नहीं हुआ कोई विकास'
वहीं पिछले 5 सालों में विकास पर बोलते हुए इंद्रजीत दहिया ने कहा कि हमारे इलाके में किसी भी प्रकार का विकास नहीं हुआ है. इलाके की सड़कें टूटी हुई पड़ी हैं. नाथूपुर गांव के आसपास दूषित पानी से कैंसर जैसी बीमारियां घर-घर में फैली हुई है. सरकार और विधायक ने इसके लिए कुछ भी नहीं किया है. इंद्रजीत दहिया ने कहा कि अबकी बार लोगों के दिलों में गुबार भरा हुआ है और लोग अपना गुस्सा बटन दबाकर निकालेंगे.
'बीजेपी पैसे लेकर बांटती है टिकट'
वहीं बीजेपी के 75 पार के नारे पर कटाक्ष करते हुए इंद्रजीत दहिया ने कहा कि या तो अगला 7 हटा दो या फिर पिछला 5, क्योंकि बीजेपी को जो जितना पैसा देता है बीजेपी वाले उसे ही टिकट देते हैं और जो मेहनत करता है वह पीछे रह जाता है. लेकिन इनेलो कर्मठ कार्यकर्ताओं को ही टिकट देती है.
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महिला विश्वविद्यालय क मांग को किया जाएगा पूरा
उन्होंने कहा कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है तो राई में सबसे पहले महिला विश्वविद्यालय की लोगों की मांग को पूरा किया जाएगा, क्योंकि यहां निजी और महंगे कॉलेज इस इलाके में बनाए गए हैं, जिसकी फीस चुकाने में यहां के गरीब लोग असमर्थ है.
क्या है पूरा मामला ?
अक्टूबर 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में राई विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी जयतीर्थ दहिया को 36,403 वोट मिले थे, जबकि इनेलो प्रत्याशी इंद्रजीत दहिया को 36,400 वोट मिले थे. मात्र तीन वोट से हारने वाले इंद्रजीत दहिया ने जयतीर्थ दहिया की जीत और अपनी हार को पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में चुनौती दी थी. उन्होंने जयतीर्थ दहिया पर डबल वोट डालने का आरोप लगाया था. जिसके बाद अब जाकर मामले पर हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया है.बता दें कि जयतीर्थ दहिया कांग्रेस की टिकट पर विधायक चुने गए थे. बाद में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर से मतभेद के बाद जयतीर्थ दहिया ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था. अब हाई कोर्ट ने जयतीर्थ दहिया के निर्वाचन को रद्द किया है.