सोनीपत: नेशनल हाईवे 44 पर भिगान टोल प्लाजा पर आज किसान यूनियन के पदाधिकारी पहुंचे और वहां 1 घंटे का सांकेतिक धरना दिया. किसानों का आरोप है कि यहां से आने -जाने वाले यूनियन के पदाधिकारियों के साथ टोल कर्मचारियों द्वारा बदसलूकी की जाती है. किसानों ने चेतावनी दी कि आज सिर्फ 1 घंटे का सांकेतिक धरना दिया गया है. अगर आगे भी बदसलूकी की गई तो यहां वह अपना पक्का धरना लगा देंगे.
सोनीपत के नेशनल हाईवे 44 पर स्थित भिगान टोल प्लाजा पर किसान धरने पर बैठ गए. इससे पहले सोनीपत किसान यूनियन के पदाधिकारी और किसानों ने बैठक की और फिर वहां से पैदल टोल प्लाजा पहुंचे और टोल कर्मचारियों के खिलाफ धरना दिया. हालांकि आज किसानों ने सिर्फ 1 घंटे का सांकेतिक धरना दिया है. किसानों का आरोप है कि किसान यूनियन के पदाधिकारी और सदस्य भी समाज सेवा कर रहे हैं. ऐसे में उनसे टोल नहीं लिया जाए.
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किसानों ने कहा कि अगर टोल वसूला जाता है तो वह यहां पर परमानेंट धरना लगा देंगे, क्योंकि अगर एमएलए, एमपी का टोल माफ हो सकता है तो किसान यूनियन के पदाधिकारियों का भी टोल माफ हो. इस पर टोल कर्मचारियों और अधिकारियों ने भी आश्वासन दिया है कि अब पदाधिकारियों से टोल नहीं लिया जाएगा. किसान नेताओं का कहना है कि भिगान टोल से बार-बार किसान यूनियन के पदाधिकारियों के साथ की जा रही बदसलूकी की शिकायतें मिल रही थी.
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टोल कर्मी उन्हें बार-बार परेशान कर रहे थे. किसान नेताओं का कहना है कि किसान नेता यहां पर सिर्फ किसानों की सेवा कर रहे हैं. वही विधायक और सांसद का टोल सिर्फ इसलिए माफ किया जाता है कि वह देश सेवा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 13 महीने तक किसान आंदोलन के दौरान सभी नेताओं ने सेवा ही की है और उनसे बदसलूकी को सहन नहीं किया जाएगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि सैनिक से भी टोल वसूला जा रहा है, यह गलत है. इस पर स्थानीय थाना प्रभारी और टोल कर्मचारियों ने भविष्य में ऐसी शिकायत नहीं आने का आश्वासन दिया.