सोनीपत: गोहाना के गांव एसपी माजरा में करीब एक महीने पहले तालाब भरने के लिए छोड़े गए नहरी पानी के साथ मछली भी आ गई थी. लेकिन कुछ दिन पहले मछली मरने से पानी दूषित हो गया. मरी हुई मछलियां तालाब किनारे पर पड़ी हुई हैं. अज्ञात कारणों के चलते हजारों की संख्या में मछलियां मर गई हैं. दुर्गंध के कारण पशुपालक भी पशुओं को लेकर तालाब पर नहीं पहुंच रहे हैं. ग्रामीणों ने पंचायत विभाग से तालाब का पानी बदलवाने की मांग की है.
तालाब के पास एक मंदिर भी है, जहां पर पूजा पाठ करने वालों को भी बदबू का सामना करना पड़ रहा है. आवारा जानवर मछलियों को नोंच कर खा रहे हैं. इतना ही नहीं आवारा कुत्तें मछलियों को गांव में ले जाकर दूसरी जगहों पर छोड़ देते हैं. जिसके चलते गांव में गंदगी फैल रही है. गांव वालों का कहना है कि मरी हुई मछली खाने से आवारा जानवर गांव में महामारी ला सकते हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि यदि पशु इस पानी को पिएंगे तो बीमार हो जाएंगे. इससे पशुपालकों की परेशानी बढ़ गई हैं. ग्रामीणों का कहना है कि कई साल पहले भी गांव के तालाब में इस तरह से मछली आ गई थी. उस दौरान ग्रामीणों ने तालाब की सफाई कराई थी. लेकिन बाद में विवाद हो गया था. इसे देखते हुए ग्रामीण इस बार तालाब की सफाई कराने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही तालाब की सफाई नहीं कराई और पानी नहीं बदला गया, तो दुर्गंध का क्षेत्र और बढ़ जाएगा.