सोनीपत: शुक्रवार को किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait Farmers Leader) सिंधु बॉर्डर पर पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने अमेरिका में बसे भारतीयों और वहां के लोगोंं (Rakesh Tikait appeals Americans) से कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने किसानों का मुद्दा उठाएं. अमेरिका दौरे पर गए प्रधानमंत्री को लोग ये बताने की कोशिश करें कि किसानों की मांगें जायज हैं. 3 कृषि कानूनों को हर हाल में निरस्त किया जाए.
टिकैत ने कहा कि उन्होंने एक ट्वीट कर अमेरिका के लोगों से अपील की है कि वो वहां गए भारत के प्रधानमंत्री के सामने किसानों का मुद्दा उठाए और नो फार्मर, नो फूड के बैनर (posters of No Farmers No Food) लगाएं. उन्होंने वहां के राजनीतिज्ञों से भी अपील करते हुए कहा कि वो भी किसानों की आवाज को बुलंद करें. सिंघू बॉर्डर पर रास्ता खोलने को लेकर उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा जो फैसला लेगा, वो सभी के लिए मान्य होगा.
पंजाब चुनाव को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि अभी चुनाव में 6 महीने का वक्त बाकी है. चुनाव के समय वो पंजाब को लेकर अपनी रणनीति स्पष्ट करेंगे. राकेश टिकैत ने एक फिर सरकार को चेताया कि किसान अपनी मांगों को लेकर 10 महीने से आंदोलन कर रहे हैं. अगले 10 महीने तक भी आंदोलन चलता रहेगा.
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राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को उनकी सुनवाई हर हाल में करनी ही होगी. बातचीत के मुद्दे पर राकेश टिकैत ने साफ किया कि बातचीत सरकार को शुरू करनी है, किसान इसके लिए तैयार हैं. सरकार बातचीत की शुरूआत करेगी तो किसान जरूर जाएंगे. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सिंघू बॉर्डर पर विशाल सभा की गई है. जिसमें 27 सितंबर के भारत बंद को लेकर रूपरेखा तैयार की जा रही है. इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा के देशभर में कार्यक्रम किए जाएंगे.