सोनीपत: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण (delhi air pollution) लगातार बढ़ता जा रहा है. वायु प्रदूषण की ऐसी भयावह स्थिति होने के बावजूद भी किसान फसलों के अवशेष जला रहे हैं. ऐसे में कृषि विभाग की टीम एक्शन मोड में आती नजर आ रही है. जिसके चलते कृषि विभाग की टीम ने उपमंडल के अलग-अलग गांवों में फसलों के अवशेष जलाने पर 17 किसानों पर जुर्माना (penalty on stubble burning) लगा दिया है.
कृषि विभाग की टीम ने गोहाना में पराली जलाने पर (stubble burning in gohana) किसानों पर जुर्माना (penalty on farmers stubble burning) लगाते हुए 2500 रुपये (प्रति किसान) का चालान काटा. साथ ही ऐसा दोबारा करने पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी. गौरतलब है कि विभाग की टीमों ने किसानों को फसलों के अवशेष जलाने से होने वाले नुकसान व उसका प्रबंधन करने के प्रति जागरूक भी किया. उन्होंने किसानों को अवशेषों में डी-कंपोजर कैप्सूल डालकर खाद बनाने के लिए भी प्रेरित किया.
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कृषि विभाग के एसडीओ राजेंद्र महरा ने बताया कि देर रात को हरसैक के माध्यम से अलग-अलग गांवों से फसलों के अवशेष जलाने की सूचना मिल रही है. अभी तक 49 जगहों पर अलग-अलग आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं. जिनमें से 17 किसान गोहाना में अपनी पराली जलाते हुए पाये गये. जिन पर कार्रवाई करते हुए जुर्माना भी किया है और लगातार सभी किसानों से पराली नहीं जलाने की अपील भी कर रहे हैं. किसानों में जागरूकता लाने के लिए कल ब्लॉक स्तर पर रैली का आयोजन भी किया जाएगा.
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