सोनीपत: हरियाणा तकनीकी शिक्षा विभाग और ब्रिटिश हाईकमिशन के सौजन्य से दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल में इंटरनेशनल फैकल्टी एंड स्टूडेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया. चार दिन चलने वाले प्रोग्राम में प्रदेश के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और पोलिटेक्निकल कॉलेजों से 100 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. जिनमें 50 विद्यार्थी हैं और 50 शिक्षक शामिल हैं. चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद के कुलपति प्रोफेसर आरबी सोलंकी मुख्यतिथि रहे.
फेकल्टी एण्ड स्टूडेंट डेवलेपमेंट प्रोग्राम का आयोजन
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद के कुलपति प्रोफेसर आरबी सोलंकी ने कहा कि 21वीं सदी की शिक्षा के मूलत: चार आधार स्तंभ हैं. पहला स्तंभ है सीखने की कला, दूसरा कार्यों को सर्वश्रेष्ठ ढंग से करना. अपनी क्षमताओं को पहचानना और एक दूसरे के साथ सौहार्द के साथ रहना. उन्होंने कहा कि हर मानव के जीवन का उद्देश्य निंरतर खुश रहना है.
प्रोफेसर सोलंकी ने कहा कि वर्तमान समय में हमारे आस पास सूचनाओं की भरमाार है. उन सूचनाओं को ज्ञान में कैसे परिवर्तित किया जाए, ताकि वो समाज और राष्ट्र के लिए उपयोगी सिद्ध हो ये महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि हमें विद्यार्थियों को हर कार्य को सर्वश्रेष्ठ ढंग से करने की कला में दक्ष बनाना होगा, ताकि वो समाज और राष्ट्र के विकास में अहम योगदान दे सकें.
शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने पर चर्चा
प्रोफेसर सोलंकी ने कहा कि शिक्षक का मुख्य ध्येय विद्यार्थियों की योग्यता को पहचानना और विकसित करना है. उन्होंने कहा कि हमें विद्यार्थियों को ये भी सिखाना है कि एक दूसरे के साथ सौहार्द से कैसे रह सकते हैं. कुलपति प्रोफेसर सोलंकी ने कहा कि खुश रहने के लिए हमें मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रुप से स्वस्थ रहने की आवश्यकता है.
ये भी पढ़ें- रादौर की सड़कें होंगी चकाचक, पूर्व मंत्री ने अधिकारियों से बैठक कर सीएम को लिखा नोट
प्रोग्राम में पहुंचे प्रदेश के तकनीकी शिक्षा के महानिदेशक अजीत बालाजी जोशी ने कहा कि प्रदेश की तकनीकि शिक्षा का उद्देश्य राज्य की फेकल्टी और स्टूडेंट्स को कौशल आधारित ट्रेनिंग के लिए तैयार करना है, ताकि रोजगार बढ सके और शिक्षा के बदलते आयामों को शिक्षक समझ सके. इसके तहत प्रदेश की तकनीकी शिक्षा ने इंटरनेशनल फेकल्टी एण्ड स्टूडेंट प्रोग्राम का आयोजन किया है.