सोनीपत: आज किसान आंदोलन की नई रूप रेखा तैयार करने के लिए सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा बैठक (Samyukt Kisan Morcha Meeting) करने जा रही है. ये बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इस बैठक में देश के सभी बड़े किसान संगठन मिलकर किसान आंदोलन की आगे की रणनीति बनाएंगे, लेकिन इस बैठक से पहले हरियाणा किसान संगठनों की बैठक जारी है. हालांकि इस बैठक में किसान नेता गुरनाम चढूनी और सुरेश कौंथ जैसे बड़े नेता मौजूद नहीं रहे, लेकिन बताया जा रहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक से पहले हरियाणा की ओर से तय किए मुद्दों पर आखिरी बार बातचीत की जा रही है.
बता दें कि आज होने वाली संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में किसानों पर दर्ज मुकदमे वापसी और एमएसपी पर कानून (Farmers Demand Law on msp) समेत अपनी सभी लंबित मांगों पर चर्चा होगी. इस बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी. हालांकि सरकार की ओर से कृषि कानून रद्द करने के बाद से ही किसान संगठनों में मुद्दों को लेकर टकराव की स्थिति नजर आई है.
किसान संगठन कर चुके है हरियाणा के सीएम से बात: शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा (samyukt kisan morcha) के किसान नेताओं की हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (farmers meeting with Manohar lal khattar) के साथ कई घंटों तक बैठक चली. ये बैठक बेनतीजा रही. इस बैठक में मौजूद रहे किसान नेता अभिमन्यु सिंह ने बताया कि हमने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने सभी मांगें रखी थी, लेकिन बैठक में किसी भी मांग पर सहमति नहीं बन सकी. यह बैठक पूरी तरह से बेनतीजा रही इसीलिए अब हम संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक बुलाने जा रहे हैं जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी. ये बैठक 3 घंटे से भी ज्यादा समय तक चली जिसमें कई आला अधिकारी भी मौजूद थे. बैठक में हर मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई, लेकिन किसी मुद्दे पर सहमति नहीं बन सकी.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv bharat app