सोनीपत: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (manohar lal) ने गुरुवार को किसान आंदोलन (farmers protest) पर बड़ा बयान दिया. दिल्ली पहुंचे सीएम ने कहा कि किसान आंदोलन वाली जगहों पर हो रही हिंसात्मक गतिविधियों के साथ-साथ अनैतिक गतिविधियां चिंता का विषय बन चुकी हैं. अब उनके इस बयान पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी भड़क गए हैं.
गुरनाम चढूनी ने एक वीडियो जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल अनाप-शनाप बोले रहे हैं. चढू़नी ने कहा कि 7 महीने से आंदोलन शांतिपूर्वक चल रहा है और 500 के करीब हमारे लोग शहीद हो गए हैं, इन सबके बावजूद आंदोलन में कोई हिंसा नहीं हो रही है. अब आप क्या शांति चाहते हैं?
'खट्टर साहब अपने गिरेबान में झांक कर देखो'
गुरनाम चढूनी ने कहा कि कितने लोग आंदोलन में आत्महत्या कर गए हैं. उसके बावजूद आंदोलन में कोई उपद्रव नहीं हुआ है. इन सबके बाद भी हमारे ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं कि आंदोलन में अपराध बढ़ गए हैं, आंदोलन में छेड़खानी बढ़ गई है, आंदोलन में अनैतिक काम हो रहे हैं. चढूनी ने सीएम से सवाल किया और पूछा कि क्या सीएम साहब पूरे हरियाणा में कोई अपराध नहीं हुआ क्या?
चढूनी यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि खट्टर साहब आप पहले अपने गिरेबान में झांक कर देख लो कि गलती किसकी है. किसानों को आंदोलन चलाने का शौक नहीं है. हम अपने देश के विरुद्ध आंदोलन नहीं कर रहे हैं. हम इसी देश के नागरिक हैं और आप इसी देश के नागरिकों के नुमाइंदे हो. आंदोलन को बदनाम करने की नाकाम कोशिश मत करो.
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गौरतलब है कि सीएम मनोहर लाल ने कहा था कि किसान आंदोलन वाली जगहों पर हो रही हिंसात्मक गतिविधियों के साथ-साथ अनैतिक गतिविधियां चिंता का विषय बन चुकी हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन में पहले बंगाल की महिला के साथ घटना हुई और फिर विदेशी महिला के साथ छेड़छाड़ की बात सामने आई है जोकि बिल्कुल गलत है.
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि किसान आंदोलन महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार का अड्डा बन गया है. सीएम मनोहर लाल ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री को इस समस्या से अवगत कराया गया है और जल्द ही इस पर विचार करने के बाद आगे बढ़ा जाएगा. सीएम ने ये भी कहा कि हम आंदोलन स्थल पर हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
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