गोहाना: राशन वितरण को लेकर लगातार कई बार सर्वे होने के बाद भी गरीबों को तक राशन नहीं पहुंचा है. गोहाना नगर परिषद चेयरपर्सन रजनी विरमानी इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. बुधवार को नगर परिषद में प्रेस वार्ता के दौरान इस बारे में जानकारी दी.
विरमानी ने लॉकडाउन के दौरान सरकार के कार्यों पर सवाल उठाए. उन्होंने मंत्रियों पर आरोप लगाए कि सोशल मीडिया और ट्वीट के जरिए उन को हो रही परेशानी से अवगत कराया है, लेकिन फिर भी गरीबों तक राशन नहीं पहुंचा है. उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री अपनी जो नीतियां बनाई गई थी, वो बिल्कुल ठीक थी, लेकिन अब वह नीतियां गरीब व्यक्तियों के लिए अभिशाप बन चुकी हैं.
उनका आरोप है कि राशन वितरण करने के लिए 3 बार सभी प्रत्येक वार्ड में गोहाना के सर्वे हो चुका है अब चौथी बार सर्वे करने के लिए आदेश आए हैं, लेकिन अभी तक किसी भी गरीब व्यक्ति को राशन नहीं मिला है. सरकार चार बार सर्वे करवाकर आम जनता की परीक्षा ले रही है.
उन्होंने कहा कि गोहाना की जनता के साथ अत्याचार होगा तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सरकार की तरफ से सिर्फ झूठी दिलासा दी गई है. गरीब लोगों को गोहाना के समाजसेवी संगठन और बड़े उद्योगपतियों ने साथ मिलकर कुछ गरीब व्यक्तियों तक खाना पहुंचाया है. अधिकारी और सरकार मिलकर नीतियां बनाते रहते हैं, लेकिन गरीब व्यक्तियों को कुछ नहीं मिलता.
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