ETV Bharat / state

गोहाना में बसों की भारी किल्लत, जान हथेली पर रखकर सफर करने को मजबूर छात्राएं

गोहाना बस अड्डे के अंदर खड़ी छात्रा अंजलि ने बताया कि वो रेवाड़ा गांव से आती हैं. करीबन 100 से ज्यादा छात्राएं उस गांव से गोहाना कॉलेज में पढ़ने के लिए आती हैं. सर्विस कम होने के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

lack of buses in gohana bus depot
जान हथेली पर रखकर छात्राएं सफर करने को मजबूर
author img

By

Published : Feb 11, 2020, 11:38 PM IST

Updated : Feb 11, 2020, 11:43 PM IST

सोनीपत: गोहाना बस अड्डे के अंदर घंटों तक कॉलेज में छुट्टी होने के बाद कॉलेज की छात्राओं को खड़ा रहना पड़ता है. बसों की सर्विस कम होने के कारण कॉलेज में पढ़ने आने वाली छात्राओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सुबह भी बस में भीड़ हो जाती है, शाम को जाते हुए भी बस में भीड़ रहती है जिस वजह से छात्राओं को खड़े होकर भी सफर करना पड़ रहा है. कई बार तो सफर के दौरान छात्राएं गिर भी जाती हैं.

गोहाना बस अड्डे के अंदर खड़ी छात्रा अंजलि ने बताया वो रेवाड़ा गांव से आती हैं. करीबन 100 से ज्यादा छात्राएं उस गांव से गोहाना कॉलेज में पढ़ने के लिए आती हैं. सर्विस कम होने के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. जाते समय तो उनको सीट भी नहीं मिलती, उन्हें खड़े होकर ही करीब 30 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. सफर के दौरान छात्राएं बाहर भी खड़ी रहती हैं और गिर भी जाती हैं.

गोहाना में बसों की भारी किल्लत, जान हथेली पर रखकर सफर करने को मजबूर छात्राएं

ये भी पढ़िए: दिल्ली में केजरीवाल की जीत पर उनके पैतृक गांव में खुशी, जानिए ग्रामीणों ने क्या कहा

वहीं बस अड्डा इंचार्ज अशोक खोखर ने कहा ये बात बिल्कुल सच है बस सर्विस सुबह शाम की है. जिसके कारण सवारी को दिक्कत हो रही है, क्योंकि गोहाना में 74 बसों में से 51 बसें ही रह गई हैं. कुछ बसें किलोमीटर स्कीम के तहत आएंगी तभी गांव में बसों का रूट बढ़ाकर समस्या का समाधान हो पाएगा.

सोनीपत: गोहाना बस अड्डे के अंदर घंटों तक कॉलेज में छुट्टी होने के बाद कॉलेज की छात्राओं को खड़ा रहना पड़ता है. बसों की सर्विस कम होने के कारण कॉलेज में पढ़ने आने वाली छात्राओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सुबह भी बस में भीड़ हो जाती है, शाम को जाते हुए भी बस में भीड़ रहती है जिस वजह से छात्राओं को खड़े होकर भी सफर करना पड़ रहा है. कई बार तो सफर के दौरान छात्राएं गिर भी जाती हैं.

गोहाना बस अड्डे के अंदर खड़ी छात्रा अंजलि ने बताया वो रेवाड़ा गांव से आती हैं. करीबन 100 से ज्यादा छात्राएं उस गांव से गोहाना कॉलेज में पढ़ने के लिए आती हैं. सर्विस कम होने के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. जाते समय तो उनको सीट भी नहीं मिलती, उन्हें खड़े होकर ही करीब 30 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. सफर के दौरान छात्राएं बाहर भी खड़ी रहती हैं और गिर भी जाती हैं.

गोहाना में बसों की भारी किल्लत, जान हथेली पर रखकर सफर करने को मजबूर छात्राएं

ये भी पढ़िए: दिल्ली में केजरीवाल की जीत पर उनके पैतृक गांव में खुशी, जानिए ग्रामीणों ने क्या कहा

वहीं बस अड्डा इंचार्ज अशोक खोखर ने कहा ये बात बिल्कुल सच है बस सर्विस सुबह शाम की है. जिसके कारण सवारी को दिक्कत हो रही है, क्योंकि गोहाना में 74 बसों में से 51 बसें ही रह गई हैं. कुछ बसें किलोमीटर स्कीम के तहत आएंगी तभी गांव में बसों का रूट बढ़ाकर समस्या का समाधान हो पाएगा.

Last Updated : Feb 11, 2020, 11:43 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.