सोनीपत: हरियाणा में कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे के साथ-साथ सरकार ने एक नए रेलवे कॉरिडोर बनाने की घोषणा कर रखी है, जिससे हरियाणा के विकास कार्यों में तेजी आएगी. किसान हरियाणा में रेलवे कॉरिडोर के लिए भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहे हैं. किसान उचित मुआवजा देने की मांग करते हुए कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे के सभी टोल पर धरना दे रहे हैं. इसी कड़ी में किसानों ने लघु सचिवालय सोनीपत के बाहर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसानों ने सरकार को चेताया कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो वे गृह मंत्री अमित शाह को गोहाना रैली में काले झंडे दिखाकर उनका विरोध करेंगे.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पिछले साल कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे के साथ-साथ एक नए रेलवे कॉरिडोर की घोषणा की थी. जिसमें अब सरकार भूमि अधिग्रहण कर किसानों को मुआवजा दे रही है. किसानों को दिए जा रहे मुआवजे का किसान लगातार विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उनका कहना है कि सरकार उनकी करोड़ों रुपये की जमीन को कौड़ियों के भाव खरीद रही है. भूमि अधिग्रहण कानून के नियमों की अनदेखी की जा रही है.
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उन्होंने कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे को हाईवे का दर्जा देने और कानून के तहत चार गुना मुआवजा देने की मांग की है. इस मांग को लेकर किसान सोनीपत के लघु सचिवालय पहुंचे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ व किसान कुलदीप ने कहा कि सरकार एक्सप्रेस वे पर नेशनल हाईवे का टोल टैक्स वसूल रही है, लेकिन इसे नेशनल हाईवे नहीं मान रही है. इसका किसान विरोध कर रहे हैं.
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किसान नेताओं ने सरकार पर रेलवे कॉरिडोर के लिए कौड़ियों के भाव भूमि अधिग्रहण करने का आरोप लगाया. किसानों ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को इस संबंध में एक ज्ञापन भेजा है. किसानों ने मांगे नहीं मानने तक विरोध प्रदर्शन जारी रखने की बात कही है. किसानों ने हरियाणा के गोहाना में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का विरोध करने की चेतावनी दी है.