सोनीपत: कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा. प्रदर्शनकारी किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं. किसान संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को एक संयुक्त खुला पत्र लिखा है, जिसमें किसानों ने विपक्ष के गुमराह करने के आरोपों को लेकर नाराजगी जताई है.
इस बीच रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसानों ने कई बड़े फैसलों की जानकारी दी.
- स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने कहा है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान सभी प्रदर्शन स्थलों पर आज से भूख हड़ताल करेंगे.
- योगेंद्र यादव ने कहा कि जहां भी किसान धरना दे रहे हैं वो अपनी स्ट्रेंथ के मुताबिक भूख हड़ताल कर सकते हैं. जैसे एक दिन 11 लोग, फिर उनकी जगह दूसरे 11 लोग, इस तरीके से ये क्रमिक अनशन चलेगा.
- किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 23 दिसंबर को किसान दिवस मनाया जाएगा. मैं सभी से अपील करता हूं कि वो उस दिन एक वक्त का खाना छोड़ें और किसानों को याद करें.
- किसान नेता जगजीत सिंह ने कहा है कि हरियाणा के किसान 25 से 27 दिसंबर तक टोल नहीं देंगे.
- किसानों ने फैसला किया वो पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम का बहिष्कार करेंगे. जब तक पीएम मन की बात करेंगे, तब तक किसानों ने सभी लोगों से थाली बजाने का आह्वान किया है.