सोनीपत: हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल वीरवार को बरोदा विधानसभा के 6 गांवों के दौरे पर थे. मुंडलाना गांव से कृषि मंत्री को शुरुआत करनी थी लेकिन गांव मुंडलाना में पीटीआई टीचर और किसान विरोध करने के लिए पहुंच गए. जिसके बाद गांव मुंडलाना में करीब 45 मिनट तक पीटीआई टीचर और किसानों ने काले झंडे लेकर कृषि मंत्री की गाड़ी के आगे विरोध प्रदर्शन किया. वहीं भारी पुलिस बल के पहुंचने के बाद कृषि मंत्री के काफिले को वहां से निकाला गया.
भारतीय किसान यूनियन के उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल का कहना है कि केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार लगातार किसान विरोधी और कर्मचारी विरोधी नीतियों के तहत काम कर रही है. इसके विरोध में आज गांव मुंडलाना में कृषि मंत्री के काफीले का घेराव किया गया है. उनका कहना है कि वो हरियाणा सरकार के सभी मंत्रियों और मुख्यमंत्री का विरोध करेंगे.
वहीं पीटीआई टीचर बबीता का कहना है कि उन्हें 102 दिन से ऊपर धरने पर बैठे हुए हो गए हैं. लेकिन हरियाणा सरकार ने उनकी मांगों पर अभी तक कोई विचार नहीं किया. इसीलिए आज कृषि मंत्री जेपी दलाल का पीटीआई टीचर्स ने मुंडलाना गांव में रास्ता रोककर विरोध किया है.
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कृषि मंत्री जेपी दलाल का कहना है कि नौकरी की भर्ती में जब गोलमाल होता है तो गरीबों का हक खाया जाता है. उनका कहना है कि पीटीआई टीचर्स को उनकी सरकार ने नहीं हटाया है. सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया था. उन्होंने उस आदेश को माना है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने पीटीआई टीचरों से बातचीत करने के लिए 1 अक्टूबर का समय रखा है. लेकिन गांव में आकर जिस तरह से ये विरोध कर रहे हैं ये अच्छी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि जो किसान प्रदर्शन कर रहे हैं वो कांग्रेस के इशारों पर प्रदर्शन कर रहे हैं.