सोनीपत: कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार के घर ईडी की छापेमारी देर रात खत्म हुई. बताया जा रहा है कि ईडी के अधिकारी रात करीब दस बजे उनके घर से बैरंग लौटे. ये भी बताया जा रहा है ईडी अधिकारी अपने साथ विधायक के आवास और कार्यालय से कुछ जरूरी कागजात ले गए. खबर है कि अवैध खनन को लेकर ये कार्रवाई की गई थी. चार जनवरी को ईडी की टीम ने सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार और उनके सहयोगियों के ठिकाने पर छापेमारी की थी.
इस बारे में कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि ईडी ने हमारे आवास और दफ्तर पर छापेमारी की थी. हमने उनकी जांच में पूरा सहयोग किया है. जो-जो दस्तावेज उन्होंन मांगे. वो-वो दस्तावेज हमने उनको उपलब्ध करवा दिए. जिसकी फोटो कॉपी वो अपने साथ लेकर गए हैं. अगर आगो भी वो जांच करना चाहे तो हम उनकी जांच में पूरा सहयोग करेंगे. विधायक से जब छापेमारी का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये तो मुझे भी नहीं पता कि रेड क्यों की गई.
कांग्रेस विधायक ने कहा कि ना तो मैंने उनसे पूछा और ना ही उन्होंने कुछ बताया कि चीज को लेकर ये छापेमारी की गई है. उन्होंने कहा कि अगर कोई टीम जांच करने आई है तो कुछ ना कुछ वजह रही होगी, लेकिन जो भी था हमारा काम उनकी जांच में सहयोग करना था.
ईडी को अवैध माइनिंग के इनपुट मिल रहे थे, जिसको लेकर गुरुवार, 4 जनवरी को कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार और उनके सहयोगियों के घर ईडी की टीम ने छापेमारी की. इस दौरान ईडी अधिकारियों ने दस्तावेजों को खंगाला. छापेमारी के दौरान कांग्रेस विधायक के घर और उनके ठिकानों पर ना तो किसी को अंदर जाने दिया और ना ही किसी को घर से बाहर निकलने दिया. छापेमारी के दौरान स्थानीय पुलिस के साथ केंद्रीय सुरक्षा बल भी मौजूद रहा.
देर रात ईडी की टीम जांच पूरी कर वापस चली गई. इसके अलावा ईडी की टीम ने इंडियन नेशनल दल के नेता के घर भी छापेमारी की थी. सूत्रों के मुताबिक इनेलो नेता और पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के ठिकानों से करीब 5 करोड़ रुपये का कैश बरामद हुआ है. खबर है कि दिलबाग सिंह के घर से कई विदेशी हथियार और 300 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं. छापेमारी में 100 से अधिक शराब की बोतलें और 4/5 किलोग्राम सोने के बिस्किट मिले हैं.
बता दें कि ईडी की टीम ने यमुनानगर में अवैध खनन से संबंधित हरियाणा के यमुनानगर, सोनीपत, मोहाली, फरीदाबाद, चंडीगढ़ और करनाल क्षेत्र में दिलबाग सिंह पूर्व विधायक इनेलो और कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार और उनके सहयोगियों पर 20 स्थानों पर छापेमारी की थी.