सोनीपत: बरोदा विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए कमर कस कर मैदान में हैं. चुनावी अखाड़े में एक तरफ बीजेपी से पहलवान योगेश्वर दत्त हैं, तो दूसरी तरफ कांग्रेस की तरफ से इंदुराज नरवाल. वहीं इनेलो ने जोगेंद्र मलिक को बरोदा विधानसभा के उपचुनावी अखाड़े में उतारा है.
गुरुवार को बरोदा उपचुनाव को लेकर सांसद दीपेंद्र हुड्डा बरोदा पहुंचे और लोगों से कांग्रेस के हक में वोट देने की अपील की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज में सोनीपत में छह सरकारी विश्वविद्यालयों का निर्माण किया गया. अगर किसी क्षेत्र का विकास होता है तो 36 बिरादरी के लोगों का विकास होता है.
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सोनीपत का अब तक जो विकास हुआ है. वो कांग्रेस के कार्यकाल में ही हुआ है. इसलिए जनता-जनार्दन से अपील है कि इस बार भी वो कांग्रेस को वोट देकर जीत दिलाएं. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बरोदा विधानसभा उपचुनाव के नतीजे राज्य में मौजूदा सरकार का भविष्य तय करेंगे.
इस दौरान दीपेंद्र हुड्डा ने प्रदीप सांगवान के कांग्रेस छोड़ने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि चुनाव में सिर्फ एक ही उम्मीदवार को टिकट दिया जा सकता है. सभी हमारे सम्मानीय साथी हैं. इसलिए वे निवेदन करते हैं कि कांग्रेस का साथ दें.
जेजेपी और बीजेपी के विधायकों के बीच उपजे असंतोष पर जब दीपेंद्र हुड्डा से सवाल किया गया. तो उन्होंने कहा कि बीजेपी और जेजेपी के कई विधायक कृषि कानूनों को लेकर असंतुष्ट हैं. उनके बीच कुछ खिचड़ी पक रही है. उन्होंने कहा कि बरोदा उपचुनाव की हार-जीत प्रदेश में नई राजनीति की शुरूआत करेगी.
बता दें कि, बरोदा विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ कहा जाता है. साल 2009 से ही कांग्रेस के श्रीकृष्ण हुड्डा बरोदा की गद्दी पर बैठे थे, लेकिन श्रीकृष्ण हुड्डा की आकास्मिक मौत से ये सीट खाली हो गई. जिसपर उपचुनाव होने हैं. एक तरफ जहां कांग्रेस अपना किला बचाने के लिए क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की चुलें कस रही है.
वहीं बीजेपी कांग्रेस के किले में सेंध मारने की कोशिश कर रही है. बीजेपी बरोदा में अपना खाता खोलने के लिए पूरा जोर लगा रही है. अब 10 नवंबर को जनता बताएगी कि किसकी दिवाली जीत के जश्न के साथ मनेगी और किसकी दिवाली फीकी रहेगी.
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