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किसानों पर बेमौसम बारिश की मार, पानी में भीगा गोहाना मंडी में रखा हजारों क्विंटल धान

बारिश के चलते गोहाना की मंडी के खुले में रखी किसानों की हजारों क्विंटल धान की फसल भीग गई तो वहीं मिलरों द्वारा मंडी में खरीदी गई धान की फसल की बोरियां भी भीग गई. अनाज मंडी में किसी तरह के रखरखाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई.

gohana grain market
किसानों पर बेमौसम बारिश की मार
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Published : Nov 27, 2019, 4:27 PM IST

सोनीपतः गोहाना में बुधवार को हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता एक बार फिर बढ़ा दिया है. बारिश के चलते गोहाना की मंडी के खुले में किसानों की पड़ी हजारों क्विंटल धान की फसल भीग गई तो वहीं मिलरों द्वारा मंडी में खरीदी गई धान की फसल की बोरियां भी भीग गई. अनाज मंडी में किसी तरह के रखरखाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई. ऐसे में किसानों ने सरकार से उनकी खराब फसल के लिए उचित मुआवजे की मांग की है.

मंडी में नहीं कोई इंतजाम
किसानों के साथ-साथ मंडी के आढ़तियों व खरीदारों को भी काफी नुकशान उठाना पड़ रहा है. वहीं मंडी में पानी निकासी को लेकर प्रशासन की तरफ से मंडी में कोई इंजताम नहीं दिखाई दिया.

पानी में भीगा गोहाना मंडी में रखा हजारों क्विंटल धान

जिसके चलते मिलर्स द्वारा खरीदा हुआ लाखों क्विंटल धान की बोरियां भीगी हुई नजर आई. बेमौसम हुई भारी बारिश के कारण किसानों की सारी गेहूं की बोरियां भीग गई और खुले में रखा धान भी खराब हो गया.

किसान के साथ-साथ खरीददार परेशान
मंडी के आढ़तियों और छोटे खरीदारों की मानें तो इस बेमौसमी बारिश से किसानों के अलावा खरीदार को भी नुकशान है. बारिश से जहां एक तरह भाव में कमी आएगी तो वहीं दूसरी और मंडी में खरीदा गया धान भीगने से अब उसका समय पर उठान नहीं हो सकेगा. जिसके चलते इस गीली फसल को उठाने में समय लगेगा. दुकानदारों की मानें तो इस खरीदी हुई धान की फसल जो बारिश से गीली हुई पहले उसे सुखाना पड़ेगा उसके बाद इसका उठान होगा.

ये भी पढ़ेंः सीएम सिटी करनाल में डेंगू का खौफ, जांच के दौरान 8 घरों में मिला डेंगू का लारवा

गौरतलब है कि अबकी बार प्रदेश में किसानों की धान के फसलों के उचित भाव नहीं मिल रहे. ऊपर से आज हुई बारिश के चलते किसानो की चिंता और बढ़ गई है. बारिश से एक बार फिर धान की फसल के भाव में गिरावट देखने को मिल सकती है. वहीं किसानों की आने वाली गेहूं की फसल को भी इस बारिश से नुकसान हो सकता है.

सोनीपतः गोहाना में बुधवार को हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता एक बार फिर बढ़ा दिया है. बारिश के चलते गोहाना की मंडी के खुले में किसानों की पड़ी हजारों क्विंटल धान की फसल भीग गई तो वहीं मिलरों द्वारा मंडी में खरीदी गई धान की फसल की बोरियां भी भीग गई. अनाज मंडी में किसी तरह के रखरखाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई. ऐसे में किसानों ने सरकार से उनकी खराब फसल के लिए उचित मुआवजे की मांग की है.

मंडी में नहीं कोई इंतजाम
किसानों के साथ-साथ मंडी के आढ़तियों व खरीदारों को भी काफी नुकशान उठाना पड़ रहा है. वहीं मंडी में पानी निकासी को लेकर प्रशासन की तरफ से मंडी में कोई इंजताम नहीं दिखाई दिया.

पानी में भीगा गोहाना मंडी में रखा हजारों क्विंटल धान

जिसके चलते मिलर्स द्वारा खरीदा हुआ लाखों क्विंटल धान की बोरियां भीगी हुई नजर आई. बेमौसम हुई भारी बारिश के कारण किसानों की सारी गेहूं की बोरियां भीग गई और खुले में रखा धान भी खराब हो गया.

किसान के साथ-साथ खरीददार परेशान
मंडी के आढ़तियों और छोटे खरीदारों की मानें तो इस बेमौसमी बारिश से किसानों के अलावा खरीदार को भी नुकशान है. बारिश से जहां एक तरह भाव में कमी आएगी तो वहीं दूसरी और मंडी में खरीदा गया धान भीगने से अब उसका समय पर उठान नहीं हो सकेगा. जिसके चलते इस गीली फसल को उठाने में समय लगेगा. दुकानदारों की मानें तो इस खरीदी हुई धान की फसल जो बारिश से गीली हुई पहले उसे सुखाना पड़ेगा उसके बाद इसका उठान होगा.

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गौरतलब है कि अबकी बार प्रदेश में किसानों की धान के फसलों के उचित भाव नहीं मिल रहे. ऊपर से आज हुई बारिश के चलते किसानो की चिंता और बढ़ गई है. बारिश से एक बार फिर धान की फसल के भाव में गिरावट देखने को मिल सकती है. वहीं किसानों की आने वाली गेहूं की फसल को भी इस बारिश से नुकसान हो सकता है.

Intro:HR_GHN_VOL_42__BAEISH_NEWS_NOV_10010__HD Body:बेमौशमी बारिश ने किसानो की एक बार बढ़ाई चिंता
बारिश के चलते मंडी के खुले में पड़ा किसानो का हजारो किवंटल धान की फसल भीगी
बारिश से किसानो की आने वाली गेहू की फसल की बिजाई में भी होगा नुकशान
मंडी में मिलर दवारा ख़रीदा गया हजारो किवंटल धान भी पड़ा है खुले में
मंडी प्रशासन मोन

एंकर :- गोहाना में आज हुए बेमोशमी मौषम बारिश ने किसानो की एक बार फिर चिंता को बड़ा दिया है। बारिश के चलते गोहाना की मंडी के खुले में किसानो की पड़ी हजारो किवंटल धान की फसल भीगी गई तो वही मिलरों दवारा मंडी में खरीदी गई धान की फसल की बोरिया भी भीग गई अजान मंडी में किसी तरहे की रख रखाव की कोई व्यवस्था नहीं होने से किसानो के साथ साथ मंडी के आढ़तियों व् खरीदार को नुकशान उठाना पड़ रहा है वही मंडी में पानी निकासी को लेकर प्रशासन की तरफ से मंडी में कोई इंजताम नही दिखाई दिया जिस के चलते मिलर्स द्वारा खरीदा हुआ लाखो किवंटल धान की बोरिया भीगी हुई नजर आई
वि ओ :- गौरतलब है की अबकी बार प्रदेश में किसानो की धान के फसलों के उचीत भाव नहीं मिल रहे ऊपर से आज हुई बेमौशमी बारिश के चलते किसानो की चिंता को बड़ा दिया बारिश से एक बार फिर धान की फसल के भाव में गिरावट देखने को मिल सकती है तो उधर किसानो की आने वाली गेहू की फसल को भी इस बारिश से नुकशान हो सकता है जिस के चलते किसान कर्ज में डूबने को मजबूर है
बाईट :- किताब सिंह किसान
वि ओ :- मंडी के आढ़तियों ( दुकानदारों ) व् छोटे खरीदारों की माने तो इस बेमौशमी बारिश से किसानो के इलावा खरीदार को भी नुकशान है बारिश से जहा एक तरह भाव में कमी आएगी तो वही दूसरी और मंडी में ख़रीदा गया धान भीगने से अब उसका समय पर उठान नहीं हो सकेगा जिस के चलते इस गीली फसल को उठाने में समय लगेगा दुकानदारों की माने तो इस खरीदी हुई धान की फसल जो बारिश से गीली हुई पहले उसे सुखना पड़ेगा उसके बाद इसका उठान होगा
बाईट - श्रीपाल आढ़ती अनाज मंडी Conclusion:
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