ETV Bharat / state

सोनीपत: दीनबंधु छोटू राम विश्वविद्यालय में होगी विद्यार्थियों की कॉउंसलिंग

author img

By

Published : Apr 27, 2020, 11:29 AM IST

लॉकडाउन के दौरान बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल ने विद्यार्थियों के लिए कॉउंसलिंग की व्यवस्था की है. जिसमें क्लीनिकल साइक्लोजिस्ट, मनोवैज्ञानिक और परामर्शदाता बच्चों का मार्गदर्शन करेंगे.

Counseling of students in Sonipat Deenbandhu Chhotu Ram University
सोनीपत: दीनबंधु छोटू राम विश्वविद्यालय में होगी विद्यार्थियों की कॉउंसलिंग शुरू

सोनीपत: कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. जिसके कारण सभी कॉलेज, स्कूल बंद है. जिसका असर बच्चों की पढ़ाई पर भी देखने को मिल रहा है. वहीं विद्यार्थियों के अंदर परीक्षा और पाठ्यक्रम को लेकर भविष्य की चिंता, डर, तनाव की स्थिति पैदा न हो. इसको लेकर दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल ने विद्यार्थियों के लिए व्यापक कॉउंसलिंग की व्यवस्था की है.

विद्यार्थियों की काउंसलिंग के लिए विश्वविद्यालय ने क्लीनिकल साइक्लोजिस्ट, मनोवैज्ञानिक और परामर्शदाता की व्यवस्था की है. विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसको लेकर विश्वविद्यालय ने तीन लेयर की काउंसलिंग की व्यवस्था की है.

कोरोना वायरस के संकट को लेकर विद्यार्थियों को अपनी पढाई, पाठ्यक्रम, परीक्षा और भविष्य को लेकर चिंता होना स्वाभाविक है. जिसके कारण चिंता, अनिश्चितता, आशंका, अकेलापन आदि उनके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं. डीसीआरयूएसटी, मुरथल अपने विद्यार्थियों को लेकर संवेदनशील दिखाई दे रहा है. विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के हितों को सर्वोपरि रखा जा रहा है. कोरोना संकट के समय विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसलिए विश्वविद्यालय ने काउंसलिंग की व्यवस्था की है.

विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए- प्रारंभ की काउंसलिंग
कोराना वायरस के संकट के चलते विद्यार्थियों के अंदर चिंता, अनिश्चितता, आशंका, मानसिक अवसाद से दूर करने के लिए विश्वविद्यालय ने काउंसलिंग की व्यवस्था प्रारंभ की है. कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन का व्यापक असर शिक्षा जगत पर भी हो रहा हैं. विद्यार्थियों की परीक्षाएं स्थगित हो गई हैं. प्रवेश परीक्षाएं और भर्ती परीक्षाएं सहित सभी तरह की परीक्षाओं के कार्यक्रम टल गए हैं. इस दौर में मानसिक तौर पर स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए डीआरयूएसटी, मुरथल ने काउंसलिंग प्रारंभ की है ताकि विद्यार्थियों की परेशानी, चिंता और डर जैसी समस्याएं दूर की जा सकें.

प्रथम लेयर की काउंसलिंग में शामिल हैं विभाग
विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों को कोरोना संकट से निकालने के लिए तीन लेयर की काउंसिलंग की व्यवस्था की है. प्रथम लेयर की काउंसलिंग में विभाग को शामिल किया गया है. विद्यार्थी जिस विभाग में पढ़ते हैं. उस विभाग के शिक्षकों के सबसे नजदीक होते हैं. इसलिए विभाग के सभी शिक्षकों के ईमेल आईडी, मोबाइल और वाट्सएप्प नंबर विद्यार्थियों को उपलब्ध करवा दिए गए हैं. कुलपति प्रो. अनायत की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि शिक्षक प्रात: 9 सांय 5 बजे तक विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध होंगे.

द्वितीय लेयर में शामिल हैं दूसरे विभागों के प्रोफेसर
विद्यार्थियों को दूसरे विभाग जैसे प्रबंधन, कंप्यूटर, इलैक्ट्रोनिक्स, इलैक्ट्रिकल, प्रबंधन आदि के प्रोफेसर से संपर्क करना चाहता है तो वो अपने विभागाध्यक्ष के माध्यम से विश्वविद्यालय के किसी भी प्रोफेसर से संपर्क कर सकता है, ताकि संबंधित विषय को लेकर विद्यार्थी की समस्या का निराकरण हो सके.

तृतीय लेयर में शामिल हैं सेवा निवृत्त प्रोफेसर
विद्यार्थियों की समस्या का निराकरण दो लेयर की काउंसलिंग से नहीं होता है.तो ऐसे में विश्वविद्यालय ने तीसरे लेयर की काउंसलिंग में विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसरों को शामिल किया है. ताकि वे अपने जीवन के मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक अनुभव से विद्यार्थियों की समस्या का निराकरण का सकें. तीसरे लेयर की प्रथम काउंसलिंग की टीम के सेवानिवृत्त प्रो.एस.के.गर्ग को बनाया गया है

ये भी पढ़िए: चंडीगढ़ में रविवार को सामने आए कोरोना के 6 नए मामले, कुल मरीजों की संख्या 36

अगर किसी विद्यार्थी की समस्या का निराकरण तीन लेयर की काउंसलिंग के बाद भी नहीं होता है. तो ऐसे में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत स्वयं विद्यार्थियों की समस्या को लेकर सलाह देकर उनकी समस्या का निराकरण करेगें. इसके अतिरिक्त कुलपति प्रो. अनायत विद्यार्थियों को मोटिवेशनल और आध्यात्मिक लेक्चर भी देगें.

सोनीपत: कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. जिसके कारण सभी कॉलेज, स्कूल बंद है. जिसका असर बच्चों की पढ़ाई पर भी देखने को मिल रहा है. वहीं विद्यार्थियों के अंदर परीक्षा और पाठ्यक्रम को लेकर भविष्य की चिंता, डर, तनाव की स्थिति पैदा न हो. इसको लेकर दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल ने विद्यार्थियों के लिए व्यापक कॉउंसलिंग की व्यवस्था की है.

विद्यार्थियों की काउंसलिंग के लिए विश्वविद्यालय ने क्लीनिकल साइक्लोजिस्ट, मनोवैज्ञानिक और परामर्शदाता की व्यवस्था की है. विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसको लेकर विश्वविद्यालय ने तीन लेयर की काउंसलिंग की व्यवस्था की है.

कोरोना वायरस के संकट को लेकर विद्यार्थियों को अपनी पढाई, पाठ्यक्रम, परीक्षा और भविष्य को लेकर चिंता होना स्वाभाविक है. जिसके कारण चिंता, अनिश्चितता, आशंका, अकेलापन आदि उनके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं. डीसीआरयूएसटी, मुरथल अपने विद्यार्थियों को लेकर संवेदनशील दिखाई दे रहा है. विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के हितों को सर्वोपरि रखा जा रहा है. कोरोना संकट के समय विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसलिए विश्वविद्यालय ने काउंसलिंग की व्यवस्था की है.

विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए- प्रारंभ की काउंसलिंग
कोराना वायरस के संकट के चलते विद्यार्थियों के अंदर चिंता, अनिश्चितता, आशंका, मानसिक अवसाद से दूर करने के लिए विश्वविद्यालय ने काउंसलिंग की व्यवस्था प्रारंभ की है. कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन का व्यापक असर शिक्षा जगत पर भी हो रहा हैं. विद्यार्थियों की परीक्षाएं स्थगित हो गई हैं. प्रवेश परीक्षाएं और भर्ती परीक्षाएं सहित सभी तरह की परीक्षाओं के कार्यक्रम टल गए हैं. इस दौर में मानसिक तौर पर स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए डीआरयूएसटी, मुरथल ने काउंसलिंग प्रारंभ की है ताकि विद्यार्थियों की परेशानी, चिंता और डर जैसी समस्याएं दूर की जा सकें.

प्रथम लेयर की काउंसलिंग में शामिल हैं विभाग
विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों को कोरोना संकट से निकालने के लिए तीन लेयर की काउंसिलंग की व्यवस्था की है. प्रथम लेयर की काउंसलिंग में विभाग को शामिल किया गया है. विद्यार्थी जिस विभाग में पढ़ते हैं. उस विभाग के शिक्षकों के सबसे नजदीक होते हैं. इसलिए विभाग के सभी शिक्षकों के ईमेल आईडी, मोबाइल और वाट्सएप्प नंबर विद्यार्थियों को उपलब्ध करवा दिए गए हैं. कुलपति प्रो. अनायत की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि शिक्षक प्रात: 9 सांय 5 बजे तक विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध होंगे.

द्वितीय लेयर में शामिल हैं दूसरे विभागों के प्रोफेसर
विद्यार्थियों को दूसरे विभाग जैसे प्रबंधन, कंप्यूटर, इलैक्ट्रोनिक्स, इलैक्ट्रिकल, प्रबंधन आदि के प्रोफेसर से संपर्क करना चाहता है तो वो अपने विभागाध्यक्ष के माध्यम से विश्वविद्यालय के किसी भी प्रोफेसर से संपर्क कर सकता है, ताकि संबंधित विषय को लेकर विद्यार्थी की समस्या का निराकरण हो सके.

तृतीय लेयर में शामिल हैं सेवा निवृत्त प्रोफेसर
विद्यार्थियों की समस्या का निराकरण दो लेयर की काउंसलिंग से नहीं होता है.तो ऐसे में विश्वविद्यालय ने तीसरे लेयर की काउंसलिंग में विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसरों को शामिल किया है. ताकि वे अपने जीवन के मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक अनुभव से विद्यार्थियों की समस्या का निराकरण का सकें. तीसरे लेयर की प्रथम काउंसलिंग की टीम के सेवानिवृत्त प्रो.एस.के.गर्ग को बनाया गया है

ये भी पढ़िए: चंडीगढ़ में रविवार को सामने आए कोरोना के 6 नए मामले, कुल मरीजों की संख्या 36

अगर किसी विद्यार्थी की समस्या का निराकरण तीन लेयर की काउंसलिंग के बाद भी नहीं होता है. तो ऐसे में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत स्वयं विद्यार्थियों की समस्या को लेकर सलाह देकर उनकी समस्या का निराकरण करेगें. इसके अतिरिक्त कुलपति प्रो. अनायत विद्यार्थियों को मोटिवेशनल और आध्यात्मिक लेक्चर भी देगें.

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.