सोनीपत: हरियाणा के बहुचर्चित पेपर लीक मामले (Paper Leak Case Haryana) में हरियाणा एसटीएफ लगातार कड़ी कार्रवाई कर रही है. बुधवार को इस मामले में सोनीपत एसटीएफ ने दिल्ली के प्रहलादपुर इलाके से दिल्ली पुलिस के सिपाही रोबिन को गिरफ्तार किया है. माना जा रहा है कि रोबिन ही हरियाणा के बहुचर्चित पेपर लीक मामले का मास्टर माइंड था. वह अब तक लगभग 1000 प्रतिभागियों को फर्जी तरीके से नौकरी लगवा चुका है. रोबिन सोनीपत के शामडी गांव का रहने वाला है.
बता दें कि कि हरियाणा में हुए पेपर लीक मामले के बाद इसकी जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी. एसटीएफ ने इस पूरे मामले में गहनता से जांच करते हुए करीब 20 लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचाया. सलाखों के पीछे पहुंचे ये लोग फर्जी तरीके से युवाओं को पेपर में पास करवाते थे. सोनीपत एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गया मास्टमाइंड रोबिन शामडी गांव का रहने वाला है. रोबिन दिल्ली पुलिस में बतौर सिपाही के पद पर तैनात है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो माना जा रहा है कि वो खुद 2009 में फर्जी तरीके से ही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में भर्ती हुआ था. इसके बाद 2012-13 में इसने पूरे देश भर में अपने इस गोरखधंधे को फैलाया. हरियाणा पुलिस ने इस पर 1 लाख रुपये का इनाम भी रखा था. रोबिन के फर्जीवाड़े का जाल पूरे देश में फैला हुआ था. जहां ऑनलाइन पेपर आयोजित होते थे रोबिन उन लैब्स को किराए पर लेकर अपने इस धंधे को बड़ी आसानी से चला रहा था.
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फर्जी तरीके से ऑनलाइन पेपर पास करवाने के लिए 2 लाख से 10 लाख रूपए प्रतिभागियों से वसूलता था. इसके गैंग के मुख्य टारगेट दिल्ली एनसीआर में चलाए जा रहे कोचिंग सेंटर थे. जहां पर उसने अपने गुर्गो को युवाओं को बैठाने के लिए भी नौकरी पर रख रखा था. हरियाणा एसटीएफ अभी तक 450 प्रतिभागियों के डाटा एकत्रित कर चुकी है जिनकी इस गैंग ने फर्जी तरीके से नौकरी लगवाई है.
इस मामले की जानकारी देते हुए एसटीएफ डीएसपी महेश सिंह ने बताया कि हमारी टीम ने दिल्ली से दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात रोबिन को गिरफ्तार किया है. रोबिन ने फर्जी तरीके से तकीरीबन सैकड़ों प्रतिभागियों को नौकरी दिलवाने में मदद की है. यह पूरे उत्तर भारत के कई राज्यों में आयोजित होने वाली परीक्षाओं की लैब का संचालक है. गिरफ्तार दिल्ली पुलिस का सिपाही फर्जी तरीके से सॉल्वर की मदद से प्रतिभागियों के पेपर सॉल्व करवाता था.
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डीएसपी ने जानकारी देते हुए ये भी बताया कि रोबिन कोचिंग सेंटर पर अपने गुर्गे छोड़ता था और वहीं से परीक्षार्थियों को लालच देता था कि उनका पेपर वह पास करवा देगा. इस एवज में 2 लाख से 10 लाख रुपये लेता था. डीएसपी के मुताबिक रोबिन सोनीपत जिले के 5 स्कूल और कॉलेजों के कंप्यूटर को किराए पर लेकर इस गोरखधंधे को चलाता था. जबकि कई प्रदेशों में लगभग दो सौ के आस-पास इसने लैब किराए पर ले रखी है. खुद भी 2009 में फर्जीवाड़ा करके ही दिल्ली पुलिस में इसने नौकरी हासिल की थी. साल 2012-13 में इसने इस गैंग की कमान संभाली और अभी तक सैकड़ों युवाओं को फर्जी तरीके से नौकरी दिलवाने में मदद की. आज रोबिन को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा और इससे गहनता से पूछताछ की जाएगी.
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क्या है पूरा मामला
बता दें कि हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (Haryana Staff Selection Commission) ने हरियाणा में 7 अगस्त को सिपाही पद के लिए परीक्षा का आयोजन किया. मॉर्निंग की परीक्षा शांतिपूर्ण रही, लेकिन इवनिंग की परीक्षा पेपर लीक होने की वजह से रद्द कर दी गई. मामला सामने आने के बाद हरियाणा सरकार की काफी किरकिरी भी हुई है. इस मामले में जम्मू का कनेकशन भी सामने आया है. मामले में कई आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं दूसरी ओर हरियाणा सरकार पेपर लीक पर अब बिल भी लेकर आ चुकी है. हरियाणा सरकार ने विधानसभा के मानसून सत्र में पेपर लीक और नकल विरोधी कानून (Paper Leak Law Haryana) को पास कर दिया है. ताकि इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके.
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