सिरसा: शुक्रवार को तेज बरसात होने की वजह से सिरसा मंडी में पड़ी फसल भीग गईं. भीगने की वजह से किसानों की फसल की खरीद नहीं हुई. ऐसे में किसानों को मजबूरी में अपनी फसल वापस ले जानी पडी. जहां एक ओर बरसात होने की वजह से किसान मंडी से फसल वापस ले गए.
वहीं खेतों में खड़ी फसल भी बरसात की वजह से गिर गई. किसानों को बरसात से दोहरा नुकसान हुआ हैं. एक बार खड़ी फसल भीगने की वजह जब तक फसल सुख नहीं जाती तब तक फसल ना तो बिक सकती है ना ही कट सकती है.
ये पढ़ें- सिरसा में तेज बारिश से मंडी में गेहूं की फसल भीग गई
ईटीवी भारत की टीम सिरसा के गांव जाडेला में भी पहुंची. किसान खेतों में मौजूद थे, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से निराश नजर आए. किसानों की फसल भीग चुकी थी. अभी उन फसलों की कटाई 2-3 दिन बाद शुरू की जाएगी. किसानों से जब इस विषय पर बात की तो उन्होंने मौसम के खराब होने पर चिंता जताई.
एक किसान ने बताया कि नुकसान बहुत ज्यादा हुआ है. उन्होंने बताया लगभग 20 प्रतिशत फसल खराब हो चुकी है. बाकी फसल का सूखने तक इंतजार किया जाएगा साथ ही किसान ने बताया कि फसल गीली होने के करण उसकी खरीद भी नहीं हो रही. उन्होंने बताया कि अब बरसात के बाद दाना भी कम हो जाएगा और तूड़ी भी नही बनेगी.
ये पढ़ें- सोनीपत में बिजली विभाग की लापरवाही से किसान की मेहनत जलकर राख
वहीं दूसरे किसान ने बताया कि अब यही समय कटाई करने का है, लेकिन बरसात के बाद कनक कम निकलेगी और मंडियों में फसल बिक नहीं रही. जमीनदार को तो सब नुकसान ही हो रहा है. वहीं किसानों को सरकार की तरफ से किए ऑनलाइन सिस्टम से भी परेशानी है, किसानों ने कहा कि फसलों की पेमेंट भी नहीं आ रही और अब ऑनलाइन के बाद आढ़तियों को निकाल दिया गया है, लेकिन आढ़ती किसान का दाता है उसको जब जरूरत पड़ती है तब वह उनसे पैसे ले सकता है.
ये पढ़ें- हिसार में हजारों क्विंटल गेहूं बारिश में भीगा, बेबस किसान देखता रह गया