सिरसा: कोरोना वायरस पहले ही लाखों लोगों की जिंदगियां तबाह कर चुका है और अब एक और खतरनाक बीमारी ब्लैक फंगस ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है. हरियाणा में इस बीमारी के 60 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं. बात सिर्फ सिरसा की जाए तो यहां ब्लैक फंगस के 10 मरीज मिले हैं और इनमें से दो लोगों की मौत भी हो गई है.
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जहां पहले कोरोना को नियंत्रित करने में प्रदेश सरकार और स्वाथ्य विभाग को काफी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा था तो अब ब्लैक फंगस के चलते हालात और बिगड़ते जा रहे हैं. ये बीमारी कोरोना से जूझ रहे या फिर ठीक हो चुके लोगों को हो रही है. ब्लैक फंगस की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने कमेटी का गठन किया है जो इस बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन के वितरण प्रणाली पर नजर रखेगी.
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स्वास्थ्य महानिदेशक की तरफ सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के लिए गाइडलाइंस जारी की गई है कि ब्लैक फंगस बीमारी के इलाज में काम आने वाले इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन-बी की बेहद डिमांड है. इसी को लेकर सरकार द्वारा बनाई गई कमेटी प्राईवेट और सरकारी अस्पतालों में बीमारी का इलाज करवा रहे मरीजों के लिए इंजेक्शन की सप्लाई पर नजर रखेगी.
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वहीं मरीज के लिए अगर 10 दिन के भीतर इंजेक्शन का इस्तेमाल नहीं किया गया तो उसको संबंधित सिविल सर्जन को वापस करना होगा. बता दें कि सिरसा में ब्लैक फंगस के करीब 10 केस सामने आए हैं और इनमें से दो लोगों की मौत हो चुकी है.