सिरसा: किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक कॉल दुरी के उस बयान पर निशाना साधा है जिसमें प्रधानमंत्री ने किसानों से कहा था की किसान अगर सरकार के प्रस्ताव को मानते हैं तो किसान एक कॉल करें.
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गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा की प्रधानमंत्री को बयान दिए काफी दिन हो चुकें हैं और अगर उन्हें बातचीत करनी होती तो अभी तक कर चुके होते. उन्होंने कहा कि पीएम अगर किसानों से सच में बात करना चाहते हैं तो वो किसानों को बला क्यों नहीं लेते. चढूनी ने कहा कि मोदी सरकार बातचीत करने का सिर्फ ढोंग कर रही है और अगर उन्हें किसानों की समस्या का हल निकालना होता तो 11 दौर की बातचीत नहीं होती.
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गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा की किसान इतने दिनों से धरने पर बैठे है और अब तो ऐसे हालात हो गए है कि न तो किसान मान रहे हैं और न ही मोदी सरकार मान रही है. उन्होंने कहा कि जब तक ये काले कानून रद्द नहीं होते तब तक हम भी नहीं मानेंगे.
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चढूनी ने कहा कि इस आंदोलन में अब तक कई किसानों की मौत हो गई है लेकिन सरकार जिद्द पर अड़ी हुई है और कृषि कानून वापस नहीं लेना चाहती. चढूनी ने कहा कि सरकार गुंडों से किसानों पर हमला करवा रही है. उन्होंने कहा कि किसानों को संगठित करने के लिए मैं अन्य प्रदेशों में भी जा रहा हुं और राजस्थान में जाकर भी किसानों से चर्चा करुंगा.