सिरसा: प्रदेश में अब कोरोना के बाद ब्लैक फंगस का खतरा भी बढ़ने लगा है. सोमवार तक सिरसा से ब्लैक फंगस के 7 मामले सामने आए हैं जिनका शहर के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस बार में जानकारी देते हुए सिरसा के सीएमओ डॉ. मुनीश बंसल ने बताया कि सभी निजी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि ब्लैक फंगस लक्षण वाले मरीजों की सूचना सीएमओ कार्यालय में देनी होगी.
सीएमओ डॉ. मुनीश बंसल ने बताया कि सिरसा में भी ब्लैक फंगस के मरीज मिलने की सुचना मिली है. उन्होंने बताया कि अब 7 मामले सामने आए हैं जिनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है. उन्होंने कहा कि जो भी ब्लैक फंगस के मरीज नागरिक अस्पताल में भर्ती होंगे उनका प्राथमिक उपचार करने के बाद अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफेर किया जाएगा.
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सीएमओ ने कहा कि जो कोरोना के मरीज पहले से शुगर की बीमारी से ग्रस्त है, ऐसे मरीजों में इसकी संभावना ज्यादा होती है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा कोरोना के इलाज में अत्याधिक स्टेरॉयड्स के सेवन से ब्लैक फंगस होने का खतरा बना रहता है.
वहीं निजी अस्पताल के संचालक डॉ. सुदीप मुंजाल ने बताया कि उनके अस्पताल में इस समय ब्लैक फंगस के 7 मरीजों का इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले दस दिनों में ब्लैक फंगस के लक्षण वाले मरीजों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है.
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डॉ. सुदीप मुंजाल ने कहा कि ब्लैक फंगस के लक्षण अब कोरोना मरीजों में देखने को मिल रहे हैं, लेकिन ये बीमारी नॉन कोविड मरीजों को भी हो सकती है. उन्होंने कहा कि जब कोई मरीज कोरोना से ठीक हो जाता है तो उन लोगों में भी ये लक्षण देखने को मिल रहे हैं और ज्यादातर लोगों को इस बीमारी के बारे में पता नहीं है इसलिए उन्हें जागरुक करने की जरूरत है.