सिरसा: जिले के गांव कर्मशाला की एक महिला ने करिश्मा कर दिखाया है. दरअसल सुमित्रा नाम की एक महिला किसान ने मत्सय पालन के क्षेत्र में महज 113 दिनों में करीब 31 लाख रूपये की आमदनी कर अनूठी मिसाल पेश की है. यानी 4 महीने से भी कम समय में महिला किसान ने 31 लाख रूपये कमा लिए है. सुमित्रा ने अपनी बंजर जमीन, जहां खारा पानी आता है वहां झींगा मछली का उत्पादन कर हर महीने करीब 7 लाख रूपयों की कमाई की है.
दरअसल खारे पानी से ग्रस्त भूमि का प्रयोग सफेद झींगा पालन के लिए किया जा सकता है. यदि तकनीक की मदद से इसका पालन किया जाए तो आज का युवा इससे अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकता है. इसका हरियाणा के अंतिम छोर पर बसे सिरसा के गांव कर्मशाला की सुमित्रा ने पेश किया है. समित्रा ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि खारा पानी होने से ऐसे क्षेत्र जहां गन्ना और धान का उत्पादन भी संभव नहीं है, वहां किसान जागरूकता के साथ काम करके लाखों रुपये की आमदनी प्राप्त कर सकता है.
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उन्होंने बताया कि यहां उत्पादित झींगा मछली का यूरोप में निर्यात किया जा रहा है. सिरसा जिले में लगभग 400 एकड़ में सफेद झींगा मछली की खेती हो रही है. यहां की मछली की मांग विदेशों में बहुत ज्यादा है, खासकर यूरोप और अरब में इसका निर्यात ज्यादा हो रहा है. सुमित्रा ने बताया कि उसने अखबार में झींगा मछली के उत्पादन के बारे में पढ़ा था. जिसके बाद उन्हें याद आया की उनके गांव में भी जमीन के नीचे खारा पानी उपलब्ध है. फिर इसके बाद उन्होंने झींगा मछली के उत्पादन के बारे में सोचा और फिर इस पर काम करना शुरू कर दिया.
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वहीं मत्सय अधिकारी बीएम शर्मा ने कहा कि ये काफी अच्छी बात है कि किसान परंपरागत खेती से हटकर खेती कर रहा है. सुमित्रा प्रदेश के किसानों और अन्य महिलाओं के लिए एक मिसाल बनकर सामने आई है. उन्होंने अन्य किसानों से भी अपील है कि वो मत्सय पालन की तरफ ध्यान अवश्य दें ताकि किसानों की आय दोगुनी करने का सपना साकार हो सके.