सिरसाः कोरोना महामारी को लेकर लगे लॉकडाउन ने किसानों की परेशानियां बढ़ा दी है. किसानों की फसल कटाई के लिए पककर तैयार खड़ी है, लेकिन उसके बावजूद फसल कटाई नहीं हो पा रही. लॉकडाउन के चलते मजदूर किसानों की फसलें काटने के लिए उनतक नहीं पहुंच पा रहे हैं. ऐसे में किसानों ने सरकार से मदद की पुकार लगाई है.
किसानों तक नहीं पहुंच पाए मजदूर
कोरोना वायरस के चलते जहां पूरे देश में लॉकडाउन है तो वहीं उत्तरप्रदेश, राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों से संबंध रखने वाले दिहाड़ीदार मजदूरों द्वारा लगातार पलायन किया जा रहा है. हालांकि सरकार ने भले मजदूरों ही को वापस वहीं भेजने का फैसला लिया है, जहां से वो आए हैं, लेकिन सरकार का ये फैसला किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. किसानों का कहना है कि ये मजदूर औद्योगिक इकाइयों में काम करते थे और पलायन कर रहे हैं, लेकिन जो किसान के मजदूर हैं वो अभी फसल के सीजन में ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले थे जो लॉकडाउन के चलते अब नहीं आ पाएंगे.
सरकार से किसानों की मांग
किसानों का कहना है कि सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा की तब मजदूरों के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं की. जिससे घबराकर औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले मजदूर पलायन करने लग गए. किसानों के पास को तो अभी मजदूर आने थे क्योंकि अभी फसल कटाई का सीजन है. उनका कहना है कि पलायन कर रहे मजदूरों को सरकार रोकने का काम करे, किसान इन मजदूरों के सारे खर्चे उठाएगा और इनको पर्मानेंट रोजगार भी देगा.
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फसलें हो जाएंगी बर्बाद- किसान
जाहिर है ये फसल कटाई का सीजन है और अगले 3 महीने तक किसानों को मजदूरों की जरुरत पड़ने वाली है. जैसे अभी गेहूं की कटाई का सीजन है और इसके बाद धान की बुवाई की जानी है, ऐसे में उनके पास मजदूर नहीं हुए तो उनकी फसलें बर्बाद हो जाएंगी और उन्हें बहुत ज्यादा घाटा होगा. वहीं कृषि से जुड़ी सारी मशीनें फिलहाल दूसरे राज्यों में भेजी गई हैं और लॉकडाउन की वजह से वहां से मशीनें वापस लाना बहुत मुश्किल है.