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पराली प्रबंधन पर सिरसा उपायुक्त ने ली अधिकारियों की बैठक

सिरसा में जल रही पराली पर अंकुश लगाने के लिए उपुयाक्त प्रदीप कुमार ने अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें उन्होंने अधिकारियों को कई जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

sirsa dc takes meeting of officials on stubble management
पराली प्रबंधन पर सिरसा उपायुक्त ने ली अधिकारियों की बैठक
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Published : Nov 2, 2020, 6:02 PM IST

सिरसा: सिरसा उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए नोडल अधिकारी संबंधित क्षेत्र में कड़ी निगरानी रखें, जहां कहीं भी फसल अवशेष जलाने की सूचना मिलती है, वहां पहुंचकर तुरंत कार्रवाई करें.

किसानों को पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताएं और उन्हें पराली को जलाने की बजाए इसके उचित निपटान के बारे जागरूक किया जाए. उपायुक्त ने कहा कि संबंधित एसडीएम और नोडल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखें और फसल अवशेष जलाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें.

उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग आपस में तालमेल बनाते हुए लोगों को पराली न जलाने के बारे जागरूक करें. अगर कोई व्यक्ति अपने पराली जलाने का दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ तुरंत जुर्माना लगाएं और नियम अनुयार कार्रवाई करें.

उन्होंने आगे कहा कि रेड और ऑरेंज जोन में आने वाले गांवों पर कड़ी निगरानी रखी जाए और जहां कहीं भी हरसेक या अन्य किसी माध्यम से पराली जलाने की सूचना मिलती है, अधिकारी तुरंत कार्रवाई की जाए.

ये भी पढ़िए: बरोदा उपचुनाव के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने कसी कमर, सोनीपत बॉर्डर हुआ सील

उपायुक्त ने कहा कि पराली जलाने से बढ़ता प्रदूषण बेहद चिंता का विषय है और प्रदूषित हवा मानव स्वास्थ्य के साथ-साथ पशुओं के लिए भी घातक है. इस हालात से निपटने के लिए हम सब को सामूहिक प्रयास करने होगें. उन्होंने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश के लिए पंचायती राज संस्थाओं समेत किसानों और अन्य ग्रामीणों का सहयोग अपेक्षित है.

सिरसा: सिरसा उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए नोडल अधिकारी संबंधित क्षेत्र में कड़ी निगरानी रखें, जहां कहीं भी फसल अवशेष जलाने की सूचना मिलती है, वहां पहुंचकर तुरंत कार्रवाई करें.

किसानों को पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताएं और उन्हें पराली को जलाने की बजाए इसके उचित निपटान के बारे जागरूक किया जाए. उपायुक्त ने कहा कि संबंधित एसडीएम और नोडल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखें और फसल अवशेष जलाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें.

उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग आपस में तालमेल बनाते हुए लोगों को पराली न जलाने के बारे जागरूक करें. अगर कोई व्यक्ति अपने पराली जलाने का दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ तुरंत जुर्माना लगाएं और नियम अनुयार कार्रवाई करें.

उन्होंने आगे कहा कि रेड और ऑरेंज जोन में आने वाले गांवों पर कड़ी निगरानी रखी जाए और जहां कहीं भी हरसेक या अन्य किसी माध्यम से पराली जलाने की सूचना मिलती है, अधिकारी तुरंत कार्रवाई की जाए.

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उपायुक्त ने कहा कि पराली जलाने से बढ़ता प्रदूषण बेहद चिंता का विषय है और प्रदूषित हवा मानव स्वास्थ्य के साथ-साथ पशुओं के लिए भी घातक है. इस हालात से निपटने के लिए हम सब को सामूहिक प्रयास करने होगें. उन्होंने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश के लिए पंचायती राज संस्थाओं समेत किसानों और अन्य ग्रामीणों का सहयोग अपेक्षित है.

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