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शहीद भगत सिंह के भांजे प्रो. जगमोहन सिंह ने बताई कृषि कानूनों की खामियां - sirsa news

शहीद भगत सिंह के भांजे प्रोफेसर जगमोहन सिंह सिरसा के पक्का मोर्चा स्थल पर पहुंचे. यहां उन्होंने कृषि कानूनों को लेकर अपने विचार रखे. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया.

sirsa farmers protest
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Published : Jan 9, 2021, 4:19 PM IST

सिरसा: कृषि कानूनों के खिलाफ सिरसा के भगत सिंह स्टेडियम में एक विशाल कन्वेंशन का आयोजन किया गया. इस कन्वेंशन में बुद्धिजीवियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ अपने विचार रखे. जमुहरी अधिकार सभा पंजाब के महासचिव प्रोफेसर जगमोहन सिंह जो शहीद भगत सिंह के भांजे हैं वो भी इस कन्वेंशन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे और मोदी सरकार पर जमकर बरसे.

प्रो. जगमोहन सिंह ने बताई कृषि कानूनों की खामियां, देखें वीडियो

प्रोफेसर जगमोहन सिंह ने कहा कि कानून में जो बदनीति है उसे ठीक नहीं किया जा सकता. सरकार द्वारा ये भृम फैलाया जा रहा है कि आंदोलन में पंजाब के किसान शामिल हैं जबकि सच्चाई से सभी वाकिफ हैं. ये कानून सिर्फ कृषि क्षेत्र पर ही नहीं बल्कि हर किसी पर हावी होगा.

ये भी पढे़ं- सिंघु बॉर्डर: कड़ाके की ठंड से किसानों को बचाएंगे वाटर प्रूफ टेंट

उन्होने कहा कि हम जो अपनी खाने की चीजें विदेशों में भी भेज रहे हैं यहीं से ही कॉरपोरेट लोगों को लाभ मिल रहा है. कृषि कानूनों की आड़ में सरकार ठेकेदारों को ला रही है. जो अपने हिसाब से खर्चा करवाएगा. जिससे किसान कर्जदार हो जाएगा. कर्ज का भुगतान किसान जमीन बेच कर चुका चुकाएगा. कॉरपोरेट घरानों को हो रहे नुकसान की भरपाई सरकार कृषि क्षेत्रों में करना चाहती है.

सिरसा: कृषि कानूनों के खिलाफ सिरसा के भगत सिंह स्टेडियम में एक विशाल कन्वेंशन का आयोजन किया गया. इस कन्वेंशन में बुद्धिजीवियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ अपने विचार रखे. जमुहरी अधिकार सभा पंजाब के महासचिव प्रोफेसर जगमोहन सिंह जो शहीद भगत सिंह के भांजे हैं वो भी इस कन्वेंशन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे और मोदी सरकार पर जमकर बरसे.

प्रो. जगमोहन सिंह ने बताई कृषि कानूनों की खामियां, देखें वीडियो

प्रोफेसर जगमोहन सिंह ने कहा कि कानून में जो बदनीति है उसे ठीक नहीं किया जा सकता. सरकार द्वारा ये भृम फैलाया जा रहा है कि आंदोलन में पंजाब के किसान शामिल हैं जबकि सच्चाई से सभी वाकिफ हैं. ये कानून सिर्फ कृषि क्षेत्र पर ही नहीं बल्कि हर किसी पर हावी होगा.

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उन्होने कहा कि हम जो अपनी खाने की चीजें विदेशों में भी भेज रहे हैं यहीं से ही कॉरपोरेट लोगों को लाभ मिल रहा है. कृषि कानूनों की आड़ में सरकार ठेकेदारों को ला रही है. जो अपने हिसाब से खर्चा करवाएगा. जिससे किसान कर्जदार हो जाएगा. कर्ज का भुगतान किसान जमीन बेच कर चुका चुकाएगा. कॉरपोरेट घरानों को हो रहे नुकसान की भरपाई सरकार कृषि क्षेत्रों में करना चाहती है.

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