सिरसा: हरियाणा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की गाड़ी के शीशे तोड़ने का मामला तूल पकड़ गया है. इसके लिए 100 से ज्यादा किसानों पर देशद्रोह की धाराओं में मुकदमा कर दिया गया था. जिसके बाद किसानों ने प्रशासन के खिलाफ धरना शुरू कर दिया. इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था. बहरहाल ताजा अपडेट पर आते हैं आज यानि 17 जलाई को सिरसा में किसानों ने महापंचायत बुलाई और मांग की, कि किसानों के ऊपर से देशद्रोह का मुकदमा वापस लिया जाये.
इस महापंचायत में किसानों के बड़े नेता राकेश टिकैत भी पहुंचे. दोपहर को जैसे ही राकेश टिकैत सिरसा पहुंचे प्रशासन ने उन्हें बातचीत का न्यौता दिया, लेकिन किसानों ने पहले दो बार बातचीत से इनकार कर दिया. उसके बाद आईजी ने जब बातचीत के लिए किसानों को बुलाया तब वो माने, लेकिन प्रशासन के साथ हुई इस बैठक में बात नहीं बनी क्योंकि पुलिस ने मुकदमे वापस लेने से इनकार कर दिया और किसान इससे कम पर तैयार नहीं थे.
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बातचीत करके जब राकेश टिकैत बाहर निकले तो उन्होंने कहा कि अब हम आगे की रणनीति बनाएंगे. इसके बाद किसानों ने दक्ष प्रजापति चौक पर जाम लगा दिया. यहीं पर किसान नेताओं के भाषण होने लगे, और पक्का मोर्चा स्थापित कर दिया गया. यहीं पर किसानों ने आगे की रणनीति बनाई.
किसानों ने प्रशासन को यहां से कल यानि 18 जुलाई को दोपहर 12 बजे तक का अल्टीमेटम दे दिया, कि अगर इस वक्त तक मामले का हल नहीं निकला तो किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा अनशन पर बैठेंगे. आपको बता दें कि किसान सभी किसानों के ऊपर से देशद्रोह के मुकदमे वापस लेने की मांग कर रहे हैं. यहां राकेश टिकैत ने कहा भी कि पुलिस अगर शीशे तोड़ती है तो उन पर कोई मुकदमा नहीं होता, लेकिन किसानों के साथ ये किया जा रहा है. यहां ये भी बता दें कि किसान 7 महीने से भी ज्यादा समय से तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
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