सिरसा: अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर रोडवेज कर्मचारी सड़कों पर आ गए हैं और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्रदेश में आज रोडवेज कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर 2 घंटे का सांकेतिक धरना दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द सरकार उनकी मांगों को लागू करें.
ये है कर्मचारियों की मांगें:
- किलोमीटर स्कीम रद्द हो
- पुरानी पेंशन लागू हो
- पंजाब के समान वेतन मिले
'मांगें पूरी न होने पर होगी आर-पार की लड़ाई'
धरने के दौरान कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तो वो आर-पार की लड़ाई पर उतर आएंगे.
'आश्वासन के बाद भी नहीं दिया कोई ध्यान'
मीडिया से बात करते हुए रोडवेज कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान मदन लाल खोथ और भीम सिंह ने कहा कि सरकार और विपक्षी पार्टियां रोडवेज कर्मियों की मांगों को लगातार दरकिनार कर रही है. मनोहर लाल सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में रोडवेज कर्मियों की मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन अभी तक न तो सीएम मनोहर लाल ने उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान दिया है और परिवहन मंत्री और डिप्टी सीएम ने.
'8 जनवरी को होगा राष्ट्रव्यापी आंदोलन'
उन्होंने कहा कि कहा कि 14-15 दिसंबर को सोनीपत में हरियाणा रोडवेज वर्क्स यूनियन का स्टेट का सम्मलेन आयोजित किया जायेगा. जिसमें सरकार के खिलाफ रणनीति बनाई जाएगी. हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी प्रदेशभर के कर्मचारी रोड सेफ्टी बिल का विरोध करने के लिए 8 जनवरी को प्रदेशव्यापी आंदोलन में शामिल होंगे और हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी का पहिया जाम रहेगा.
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