सिरसा: रानियां के एक पार्क में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. नगर पालिका के कार्यालय में जहां सोमवार को नगर पालिका के अधिकारी अपने कार्यालय में मौजूद नहीं रहे तो वहीं शनिवार और रविवार यानि छुटटी के दिन कर्मचारी अपने कार्यालय में मौजूद थे. ऐसे में लोगों का मानना है कि पार्क में हुए घोटाले के कागजों में जरूर हेरफेर किया गया है.
सोमवार के दिन नगर पालिका कार्यालय में कुर्सियां खाली पड़ी मिली तो वहीं दूसरी ओर शनिवार और रविवार को छुट्टी के दिन नगर पालिका रानियां के कर्मचारी अपने कार्यालय में काम करते हुए दिखाई दिए. वहीं सोमवार के दिन अपनी शिकायतें और फरियाद लेकर कार्यालय में आए लोग परेशान रहे.
छुटटी के दिन अधिकारियों का कार्यालय में आना एक ही बात की ओर इशारा कर रहा है कि जो पार्क में करोडों का महाघोटाला किया गया था. उसकी भरपाई कागजों में छुट्टी के दिन की जा रही थी. लेकिन जब पता किया तो कर्मचारियों ने बताया कि उपायुक्त महोदय के आदेश के बाद ही छुट्टी के दिन कार्यालय खोला गया.
जब इस बारे में पार्क महाघोटाले की जांच कर रहे कमेटी के सदस्य बलवान जांगड़ा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि वे इस मामले की भी जांच कर रहे हैं कि आखिर छुट्टी के दिन कर्मचारी कार्यालय में उपायुक्त के आदेश से आए थे या फिर कागजों के साथ छेड़छाड़ करने की जांच चल रही है और जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि कागजों के साथ फिर से छेड़छाड़ की गई है या नहीं.
एक ओर तो उपायुक्त के आदेश पर छुट्टी के दिन भी कर्मचारी कार्यालय में होते हैं लेकिन वहीं अगर उससे अगले ही दिन की बात करें तो नगर पालिका कार्यालय में केवल तीन ही कर्मचारी दिखाई पड़ते हैं. ऐसे में लोगों का मानना है कि पार्क में हुए घोटाले के कागजों में जरूर हेरफेर किया गया है.