सिरसा: जिला पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा शहर के बीचों बीच स्थित सुभाष चौक पर राहगिरी कार्यक्रम का आयोजन किया. इस राहगिरी कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य विश्व एड्स दिवस पर लोगों को एड्स जैसी घातक बीमारी के बारे में जागरूक करना था. राहगीरी कार्यक्रम में शहर के युवाओं सहित विभिन्न शिक्षण संस्थानों के बच्चों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया.
राहगिरी कार्यक्रम में जागरूकता दौड़
विद्यार्थियों द्वारा एक जागरूकता दौड़ का भी आयोजन किया गया जो सुभाष चौक सिरसा से शुरू होकर भगत सिंह चौक, परशुराम चौक, आर्य समाज रोड और सदर बाजार से होते हुए वापस सुभाष चौक पहुंच कर संपन्न हुई.
एड्स दिवस पर राहगिरी कार्यक्रम
राहगिरी के मुख्य संयोजक डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि राहगिरी कार्यक्रम के माध्यम से आमजन को नशे जैसी बुराई के खिलाफ भी जागरूक किया गया. आज विश्व एड्स दिवस है. इसलिए राहगिरी कार्यक्रम भी इसी थीम पर आयोजित किया गया, ताकि युवाओं को एड्स के प्रति जागरूक किया जा सके.
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राहगिरी कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य है कि पुलिस और आम जनता के संबंधों को और अधिक मजबूत किया जाए. इस कार्यक्रम में रोजमर्रा की भाग दौड़ और तनावपूर्ण जिंदगी से निजात पाने के लिए मनोरंजक कार्यक्रमों के माध्यम से पुलिस और जनता अपने विचार सांझा करने का अवसर मिलता है.
एड्स जागरूकता शिविर
राहगिरी कार्यक्रम में इस बार स्वास्थ्य विभाग द्वारा एड्स जागरूकता शिविर लगाया गया. इस अवसर पर नागरिक अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सुरेश पंवार ने बताया कि हर वर्ष एड्स दिवस पर जागरूकता शिविर लगाए जाते हैं, लेकिन इस बार इस कार्यक्रम को राहगीरी में शामिल किया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जागरूक किया जा सके.
रोहतक में मिला था हरियाणा का पहला एड्स रोगी
उन्होंने बताया कि भारत में पहला एड्स का रोगी 1981 में मिला था. जबकि हरियाणा में सबसे पहला रोगी 1989 में रोहतक जिले में मिला था. सिरसा जिले में पांच ऐसे स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए हैं, जहां एड्स पीड़ित रोगियों की नि:शुल्क परामर्श और जांच की जाती है. इस बार राहगिरी के माध्यम से जागरूकता फैलाना प्रशासन का सराहनीय कदम है.